उत्तराखण्ड
आमने-सामने: सुमित हृदयेश और आनंद रावत के बीच जंग, माध्यम बना फेसबुक, आखिर चल क्या रहा विवाद, फेसबुक पोस्ट के क्या हैं मायने
हल्द्वानी : पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे आनंद रावत की फेसबुक पोस्ट से नया विवाद शुरू हो गया है। आनंद ने रोजगार के मुद्दे पर एक दिन पहले अपने पिता के साथ विधायक सुमित हृदयेश पर भी तंज कसा था। इसी को लेकर अब आनंद व सुमित के बीच फेसबुक वार शुरू हो गया है। समर्थक भी एक-दूसरे पर टिप्पणी करने में लग गए हैं।
यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष आनंद रावत ने सात मई को फेसबुक पोस्ट पर स्किल व कम्यूनिकेशन के साथ ही रोजगार को लेकर सवाल उठाए थे। केरल की तर्ज पर पालीटेक्निक व आइटीआइ कर चुके लोगों को रोजगार मुहैया कराए जाने का सुझाव दिया था। इसी के साथ उन्होंने अपने पिता पूर्व सीएम हरीश रावत के अलावा विधायक सुमित हृदयेश पर भी तंज कसा था कि जन्म दिन पर बधाई और शोक संवेदना प्रकट करने वाले नेताओं को इस विषय पर चिंतन नहीं करते।
आठ मई को इसी पोस्ट में जवाब में सुमित ने लिख दिया, आपका संघर्ष अवश्य रंग लाएगा। मेरी शुभकामनाएं। इसके जवाब में आनंद ने फिर से लंबी-चौड़ी पोस्ट अपडेट कर दी। सुमित को नसीहत देते हुए लिखा है, अब यह संघर्ष मेरा नहीं, बल्कि आपका होना चाहिए। हल्द्वानी व उत्तराखंड के लिए आप संघर्ष करें। आगे तमाम परियोजनाएं याद दिलाते हुए यहां तक कह डाला कि हल्द्वानी की रिंग रोड, बस अड्डा, पेयजल, स्टेडियम, जू आपकी विधायकी के मुख्य बिंदु होने चाहिए। क्योंकि 2040 तक हल्द्वानी बदल चुकी होगी।
इस पोस्ट को पढ़कर सुमित ने भी फिर तंज कसते हुए नसीहत दे डाली। सुमित ने लिखा, मेरे चुनावों में आपके योगदान और आपके पिताजी के चुनाव में मेरा योगदान दोनों हमारा दायित्व और कर्तव्य भी था। फिलहाल संघर्ष सदैव जारी रहेगा। अब इस पोस्ट पर कई राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे हैं।

