उत्तराखण्ड
Uttarakhand Election 2022 : बाजपुर में त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार, आप ने सुनीता को घोषित किया प्रत्याशी
बाजपुर : आम आदमी पार्टी द्वारा कांग्रेस छोड़कर आम में शामिल हुई किसान नेता जगतार बाजवा की पत्नी सुनीता टम्टा बाजवा को बाजपुर से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। इस बीच भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए विजयपाल जाटव भी मुकाबले में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत करने लगे हैं।
बाजपुर के 20 गांव की 5838 एकड़ जमीन व दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की लड़ाई लडऩे वाले जगतार बाजवा की पत्नी सुनीता टम्टा बाजवा पिछले पांच वर्षों से क्षेत्र में कांग्रेस का झंडा बुलंद किए हुए थीं। उनके प्रयासों को देखते हुए कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान श्रीरामभवन धर्मशाला में हुई सभा में बड़े नेताओं द्वारा भी मंच से उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की बात कही थी जिसके चलते सुनीता टम्टा बाजवा व उनके समर्थकों ने तैयारी भी शुरू कर दी थी। यह बात दीगर है कि यह सब तब की बातें हैं जब यशपाल आर्य कांग्रेस में शामिल नहीं हुए थे और जब यशपाल आर्य कांग्रेस में वापसी कर गए तो सुनीता टम्टा के टिकट कटने की चर्चाएं तेज हो गईं। और हुआ थी बिल्कुल ऐसा ही, लेकिन सुनीता टम्टा को टिकट मिलने का पूरा भरोसा था जिसके चलते वह अंतिम समय तक मजबूती से अपनी दावेदारी को बरकरार रखे हुए थीं।
बहरहाल वह अब आप की प्रत्याशी हैं और उनके चुनाव मैदान में कूदने से मुकाबला त्रिकोणीय होने के पूरे आसार बन गए हैं जिसके चलते बाजपुर विधानसभा के चुनाव दिलचस्प होने वाले हैं और इस बार आंकड़ों की बाजीगरी भी लोगों की समझ से परे होने की संभावना बन रही है। समीकरणों में तेजी से बदलाव की वजह भाजपा छोड़कर बहुजन समाज पार्टी शामिल हुए भाजपा के जिला मंत्री विजयपाल जाटव भी बने हुए हैं, यदि उनकी चुनावी रणनीति सही बैठी तो राष्ट्रीय पार्टियों का खेल बिगडऩे में देर नहीं लगेगी।
सुनीता टम्टा का परिचय
सुनीता टम्टा अल्मोडा की मूल निवासी हैं जिनका जन्म 19 अगस्त 1979 में हुआ था। उनकी शैक्षिक योग्यता स्नातक पॉलीटेक्निक है। वह अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती हैं। कांग्रेस पार्टी से टिकट की प्रबल दावेदार रहीं सुनीता टम्टा बाजवा को अब आम आदमी पार्टी द्वारा 64-विधानसभा क्षेत्र बाजपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से अपना प्रत्याशी बनाया गया है।
सुनीता टम्टा का विवाह ग्राम बन्नाखेड़ा निवासी किसान नेता जगतार ङ्क्षसह बाजवा के साथ हुआ है। वर्तमान में वह भी अपने पति के साथ ही सूद कॉलोनी में निवास कर रही हैं। उन्होंने पहले भाजपा व बाद में कांग्रेस में रहते हुए अनेक दायित्वों का निर्वहन किया था। इसके अलावा वह पूर्व में जूडो चैंपियन, महिला मंगलदल, स्नेह स्पर्श एक मुहिम के अलावा अन्य सामाजिक संस्थाओं में दायित्व का निर्वहन भी कर चुकी हैं।