साहित्य-काव्य
कुमाऊँनी भाषा की 80 साल की 100 कहानियों का संग्रह ‘कौ सुआ काथ कौ’
कुमाउनी भाषा की 80 साल की 100 कहानियों का संग्रह “कौ सुआ, काथ कौ “अब अमेजन पर भी उपलब्ध………कौ सुआ, काथ कौ कुमाउनी मौलिक कथा साहित्य का एक कालजयी ग्रंथ है। इस संग्रह में 1938 से 2018 के अंतराल में छपी 100 कुमाउनी कहानियों को स्थान दिया गया है। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार स्वर्गीय मथुरा दत्त मठपाल द्वारा संपादित इस ग्रंथ में कुमाउनी कथा साहित्य के 80 साल के सफर को दर्ज किया गया है। इस संग्रह में 1938 में कुमाउनी में छपी नाटककार व साहित्यकार गोबिन्द बल्लभ पंत की पहली कहानी एक रुपैंक चित्र पहली कहानी के रूप में शामिल है। इनके अतिरिक्त संग्रह में जयन्ती देवी, श्यामा चरणदत्त पंत, कविराज रामदत्त पंत, नारायण दत्त पांडे, त्रिभुंवन कुमार पांडे, डी. जोशी, दुर्गादत्त जोशी, हेमा देवी, भैरव दत्त जोशी, भोलादत्त ज्योतिर्विद ‘मंजुल’, रघुवर दत्त जोशी, फक्कड़, भाषा प्रेमी, पयर्टन प्रेमी, सेवक, श्री दत्त, फसका, मनमौजी, बड़बाज्यु, कथा प्रिय, जीवन चन्द्र जोशी, बाबू राम सिंह पांगती, पूरन चन्द्र जोशी, पार्वती उप्रेती, चारु चन्द्र पांडे, शेर सिंह मेहता ‘कुमाउनी’, श्रीशचन्द्र पंत, नन्द कुमार उप्रेती, ललित मोहन पांडे, शेखर जोशी, शेरदा अनपढ़, कौस्तुभ आनन्द पंत, बंशीधर पाठक ‘जिज्ञासु’, प्रेम सिंह नेगी, डॉ. रमेश चन्द्र शाह, बहादुर सिंह बोरा ‘श्रीबंधु’, गिरीश चन्द्र पांडे, करम सिंह भंडारी, सैमुअल माधोसिंह, सुरेन्द्र चन्द, गोपाल दत्त भट्ट, मथुरा दत्त मठपाल, जीवन पंत, लीला पांडे, डॉ. प्रयाग जोशी, महेन्द्र मटियानी, आनन्द बल्लभ उप्रेती, मोहन चन्द्र कबड़वाल, जुगल किशोर पेटशाली, महन्त त्रिभुवन गिरी, नवीन चन्द्र जोशी ‘नित्यम’, गिरीश चन्द्र बिष्ट ‘हंसमुख’, पूरन चन्द्र कांडपाल, भुवन चन्द्र जोशी, शिवराज सिंह भंडारी, दामोदर जोशी ‘देवांशु’, देवकी नन्दन कांडपाल, डॉ. दीपा कांडपाल, मथुरा दत्त अंडोला, डॉ. दिवा भट्ट, डॉ. ओम प्रकाश शाह गंगोला, के. पी. पांडे, गणेश चन्द्र पाठक, जगदीश जोशी, बीणा काण्डपाल, विमला उप्रेती, अनुराधा जोशी, भैरवदत्त पाण्डे, आनन्द सिंह बिष्ट ‘आनन्द’, डॉ. शेर सिंह बिष्ट, अनिल भोज, शम्भू दत्त छिम्बाल, केशर सिंह डंग्सेरा, अनूप तिवारी, श्याम सिंह कुटौला, डॉ. हयात सिंह रावत, खुशाल सिंह खनी, नवीन जोशी, शीतल सिंह भण्डारी, जगमोहन रौतेला, किशन सिंह दशौनी, डॉ. कपिलेश भोज, भारती पांडे, कृष्ण चन्द्र दुर्गापाल, उदय किरौला, डॉ. प्रभा पंत, रमेश चन्द्र दास, डॉ. दीपा गोबाड़ी, महेन्द्र ठकुराठी, डॉ. योगेन्द्र प्रसाद जोशी, मंजू पांडे ‘उदिता’, दिनेश चन्द्र भट्ट, नवीन जोशी ‘नवेन्दु’, दिनेश कर्नाटक, अनिल कार्की, पवनेश ठकुराठी, भगवती प्रसाद जोशी और गीतम भट्ट की कहानियां शामिल हैं। श्री मठपाल के पुत्र नवेन्दु मठपाल के अनुसार अब कुमाउनी के अस्सी साल की सौ कहानियों को समेटे यह संग्रह अमेजन पर भी उपलब्ध है।456 पेज के इस संग्रह का मूल्य केवल 445रु रखा गया है। अमेजन पर यह संग्रह 10 प्रतिशत की छूट के साथ उपलब्ध है।