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CM अशोक गहलोत के गिफ्ट नीलाम, बुलडोजर से लेकर चरखे की लगी बोली, जानें कितनी मिली राशि
जयपुर. देश में इन दिनों बुलडोजर बनाम गांधी और चरखे की सियासत चल रही है. भाजपा जहां बुलडोजर को बड़ा मुद्दा बनाकर वोट हासिल करने की फिराक में है तो कांग्रेस कह रही है कि जनता आखिर में एक बार फिर गांधी जी के सिद्धान्तों को ही अपनाएगी. गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर एक अलग ही संयोग देखने को मिला. यहां बुलडोजर और गांधी प्रतिमा एक साथ नजर आए और दोनों को ही बड़ी बोली में नीलाम किया गया. दरअसल, मुख्यमंत्री निवास पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. सेवांजली शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पिछले सालों में मिले स्मृति चिन्हों और उपहारों की नीलामी की गई. इस नीलामी में जहां बुलडोजर की प्रतिकृति नीलाम हुई तो गांधी प्रतिमा और चरखा भी नीलाम हुआ.
इस नीलामी से करीब 3 करोड़ रुपये की राशि एकत्रित हुई है जो मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा होगी और इस राशि से जरूरतमंद लोगों को राहत दी जा सकेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि जब भी देश-प्रदेश को जरूरत पड़ी है लोगों ने दिल खोल कर इमदाद की है. जनता इस तरह से जो भी सम्मान देती है उससे अच्छा उदाहरण नहीं हो सकता है. सीएम गहलोत ने कहा कि भूकंप, बाढ़,कारगिल युद्ध के समय भी हमने ऐसे ही पैसा सहायता कोष में दिया था. मैं 1962 और 1965 की लड़ाई के समय से देख रहा हूं लोगों ने ऐसे दिल खोलकर खूब दिया है.
भारत सेवा संस्थान द्वारा 1998 से अब तक सात बार इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं जिसमें मुख्यमंत्री को मिले स्मृति चिन्हों और उपहारों की नीलामी की गई है. सीएम अशोक गहलोत के इस कार्यकाल में दूसरी बार इस तरह का कार्यक्रम आयोजित हुआ है. दरअसल मुख्यमंत्री किसी भी कार्यक्रम-समारोह में जाते हैं तो उन्हें स्मृति चिन्ह या उपहार भेंट किए जाते हैं. इनमें कई कीमती स्मृति चिन्ह या उपहार होते हैं. सीएम गहलोत की सोच रही है कि इनकी नीलामी से एकत्रित राशि से जरूरतमंदों को राहत दी जा सकती है. साथ ही इससे दूसरे लोगों को भी जरूरतमंदों की मदद के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है. इसीलिए भारत सेवा संस्थान द्वारा यह ऑक्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया.
गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में करीब 260 स्मृति चिन्हों और उपहारों की नीलामी हुई. एक लाख रुपये से ज्यादा की बोली में आइटम खरीदने वाले लोगों का सम्मान भी कार्यक्रम में हुआ. नीलामी में कई खास और आकर्षक स्मृति चिन्ह और उपहार शामिल थे. ज्यादातर स्मृति चिन्ह पूर्व में ही ऑनलाइन ऑक्शन में नीलाम हो चुके थे. पहले यह ऑफलाइन नीलामी मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर 3 मई को होनी थी, लेकिन जोधपुर में हुई घटना के चलते इसे टाल दिया गया था. गुरुवार को हुई नीलामी के दौरान राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ ही कई विशिष्ठ लोग भी मौजूद रहे.

