उत्तराखण्ड
भाजपा की जीत में बेहतर प्रबंधन ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
देहरादून। विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले दो-तिहाई बहुमत के पीछे मोदी मैजिक तो सबसे महत्वपूर्ण कारक था ही, बेहतर चुनाव प्रबंधन की भी इसमें अहम भूमिका रही। पार्टी ने पिछले वर्ष अगस्त से ही विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी थीं और प्रांत से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्त्ताओं को सक्रिय कर दिया था। प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार लगातार ही पार्टी की प्रत्येक चुनावी गतिविधि पर नजर बनाए रहे।
भाजपा ने पिछले वर्ष अगस्त में सभी विधानसभा क्षेत्रों में विस्तारकों की नियुक्ति कर चुनाव अभियान की शुरुआत की। प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने सोमवार को प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों के साथ पार्टी के चुनाव प्रबंधन की जानकारी साझा की।
प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने बताया कि विस्तारकों की नियुक्ति के तीन माह बाद सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारियों की नियुक्ति कर दी गई थी। दो माह पहले विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को सह प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया और सभी ने बेहतर कार्य किया। साथ ही प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दो-दो प्रवासी कार्यकत्र्ता मोर्चे पर लगाए गए।
बूथ स्तर पर हुईं 92 हजार बैठकें
भाजपा ने प्रदेश के सभी 11697 बूथ इकाइयों को सक्रिय कर प्रत्येक बूथ स्तर पर 10-10 बैठकें करने का निर्णय लिया था। चुनाव की घोषणा के बाद 92 हजार बैठकें हुईं। की-वोटर से संवाद के लिए वरिष्ठ नेताओं को लगाया गया। केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रत्येक लाभार्थी से संपर्क किया गया।
8500 बूथों पर पन्ना प्रमुख नियुक्त किए। एक बूथ पर इनकी संख्या 25 थी, जिनके पास उन्हें आवंटित मतदाता सूची के पृष्ठ के मतदाताओं से संपर्क की जिम्मेदारी थी। इस सबके अच्छे नतीजे आए।
32 विभाग किए गए थे सक्रिय
प्रदेश महामंत्री ने बताया कि चुनाव प्रबंधन समिति के कार्यों को 32 विभागों में बांटा गया और सभी लगातार सक्रिय रहे। प्रबंधन समिति में 132 लोग शामिल थे। जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में भी चुनाव प्रबंधन समितियां बनाई गईं। विधानसभा क्षेत्रों में कोर ग्रुप भी गठित किए गए। प्रत्येक योजना के लिए प्रभारी व सह प्रभारी बनाए गए थे।

