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धर्म-संस्कृति

तुलसी की जड़ के ये उपाय बदल देंगे आपकी किस्मत, कभी नहीं होगी धन की कमी

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तुलसी का पौधा हर घर में होता है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहीं पर पॉजिटिव एनर्जी वास करती है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी कृपा बनी रहती है,जिससे घर परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। मान्यता है कि तुलसी के पौधे की जड़ों में शालिग्राम का वास होता है। ज्योतिष शास्त्र में भी तुलसी का पौधा और इसकी जड़ का काफी अधिक महत्व है। जानिए तुलसी के पौधे की जड़ और पौधे का किस तरह इस्तेमाल करके अपनी किस्मत को चमका सकते हैं।

काम में सफलता पाने के लिए

अगर आपको किसी काम में लगातार असफलता मिल रही है तो थोड़ी सी तुलसी की जड़ लेकर गंगाजल से धो लें। इसके बाद इसकी विधिवत तरीके से पूजा कर लें। इसके बाद इसे पीले रंग के कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें। इससे आपको लाभ मिलेगा।

ग्रहों की शांति के लिए

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में आपके किसी ग्रह का दोष हो तो तुलसी की पूजा करके थोड़ी सी जड़ निकाल लें। इसके बाद इसे लाल रंग के कपड़े या फिर ताबीज में डालकर बांध लें। इससे आपको लाभ मिलेगा।

धन लाभ के लिए

आर्थिक संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो तुलसी को रोजाना सुबह जल चढ़ाएं और शाम को दीपक जलाएं। इसके साथ ही तुलसी की जड़ को लेकर चांदी की ताबीज में डालकर गले में पहन लें। इससे आपको लाभ मिलेगा और धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

निगेटिव एनर्जी के लिए

अगर आपके घर या फिर ऑफिस में निगेटिव एनर्जी है तो तुलसी की जड़ की माला बना लें और इसे मंदिर या फिर किसी स्थान में रख दें। इससे आपको लाभ मिलेगा।

तनाव मुक्ति के लिए

मन की शांति और तनाव मुक्त होने के लिए तुलसी की जड़ की माला बना लें। आप चाहे तो मार्केट से खरीद सकते हैं। इसे आप गले में हमेशा पहने रहें। इससे आपको लाभ मिलेगा। इसके साथ ही हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाव होता है।

डिसक्लेमर’

इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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