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Ukraine Russia War: आपरेशन गंगा से जुड़ा ‘बाहुबली’ ग्लोबमास्टर, जानें क्या है इसकी खासियत
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद हजारों भारतीय नागरिक वहां फंसे हुए हैं। यूक्रेन (Ukraine) में पढ़ने गए कई भारतीय छात्र भी युद्ध के बाद वहां फंस गए। केंद्र सरकार ने अपने नागरिकों की सकुशल वापसी की लगातार कोशिशें कर रही हैं। नागरिकों को वापस लाने के लिए सरकार ने आपरेशन गंगा (Operation Ganga) शुरू किया है।
इस अभियान के तहत अभी तक 8 हजार से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। अब भारतीय वायुसेना भी आपरेशन गंगा के साथ जुड़ गई है। इसी के तहत बुधवार सुबह भारतीय नागरिकों को लाने के लिए हिंडन एयरपोर्ट से वायुसेना का विमान बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर (Boeing C-17 Globemaster) ने उड़ान भरी है। बुधवार सुबह चार बजे ग्लोबमास्टर रोमानिया के के लिए रवाना हो गया।
रेस्क्यू के लिए ग्लोबमास्टर ही क्यों?
दरअसल, बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर विश्व के बड़े मालवाहक जहाजों में से एक है। इसमें एक साथ सैकड़ों लोग सवार हो सकते हैं। यूक्रेन में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। ऐसे में कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों की वतन वापसी के लिए ही ग्लोबमास्टर को चुना गया। ग्लोबमास्टर में लगभग 400 लोग सवार हो सकते हैं। इस विमान को अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी बोइंग ने बनाया है।
क्या है खासियत
- 75 हजार किलो वजन उठा सकता है
- एक बार में कई हजार किमी की यात्रा कर सकता है
- ग्लोबमास्टर की लंबाई- 174 फीट, चौड़ाई- 170 फीट जबकि ऊंचाई- 55 फीट है
- ये विशाल विमान तीन हेलीकाप्टर या दो ट्रकों को भी एयरलिफ्ट कर सकता है
- लैंडिंग में परेशानी होने की स्थिति में रिवर्स गियर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है
- ग्लोबमास्टर विमान चार इंजनों से लैस है
- कारगिल, लद्दाख और जैसे कठिन जगहों पर भी आसानी से उतर सकता है
भारतीय छात्र की मौत
गौरलतब है कि मंगलवार को खारकीव में फंसे भारतीय छात्र की रूसी सेना की गोलीबारी में मौत हो गई थी। 21 वर्षीय छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा था और वो कर्नाटक का रहने वाला था। कर्नाटक आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया था कि नवीन खाने का सामान लेने के लिए बाहर गए थे। इसी दौरान हुए हुए हवाई हमले में उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खारकीव के सेंट्रल स्क्वायर पर एक प्रशासनिक इमारत पर रूस ने हमला किया था। इसी हमले की चपेट में आने के बाद नवीन की मौत हो गई।

