अंतरराष्ट्रीय
आस्टिन ने नाटो और यूरोपीय देशों के 15 समकक्षों से की वार्ता, कहा- यूक्रेन की सहायता के लिए साथी देशों के साथ अमेरिका
एएनआइ: यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस की घेरेबंदी में अमेरिका जीजान से जुट गया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने नाटो और यूरोप के अपने 15 समकक्षों के साथ बातचीत में साफ कहा है कि उनका देश यूक्रेन की सहायता के लिए अपने सहयोगी और भागीदार देशों के साथ है। आस्टिन ने पहली बार बुखारेस्ट नाइन (बी-9) के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ भी बातचीत की है।
बी-9 के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों से बात
पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने शुक्रवार को कहा कि आस्टिन ने कनाडा और तुर्की के विदेश मंत्रियों से भी व्यक्तिगत रूप से बातचीत की है। आस्टिन की यूक्रेन के साथ ही फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रियों के साथ वार्ता हुई है। पेंटागन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आस्टिन ने पहली बार बुखारेस्ट नाइन के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ भी बातचीत की है। इसमें बुल्गारिया, चेक गणराज्य, इस्टोनिया, हंगरी, लात्विया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं।
अमेरिका नाटो की सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आस्टिन ने साफ किया है कि रूस के साथ संघर्ष से बचते हुए अमेरिका यूक्रेन की सहायता और नाटो के सदस्यों देशों के खिलाफ आक्रमण को रोकने के लिए अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ है। अमेरिका नाटो की सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
यूरोप में 90 हजार से ज्यादा अमेरिकी सैनिक
आस्टिन ने यह भी कहा है कि रूसी सैन्य अभियान को देखते हुए अमेरिका ने यूरोप में अपने 15 हजार अतिरिक्त जवानों को तैनात किया है। इनको मिलाकर यूरोप में उसके 90 हजार से ज्यादा सैनिक हो गए हैं। जरूरत के हिसाब से सैनिकों की तैनाती की जा रही है।
बाइडन नाटो के अपने समकक्षों के साथ करेंगे बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी नाटो के सदस्यों देशों के अपने समकक्षों के साथ बैठक करेंगे। भारतीय समय के अनुसार शुक्रवार देर रात होने वाली इस बातचीत में बाइडन सदस्य देशों को सुरक्षा का भरोसा दिलाएंगे। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद हंगरी को छोड़कर इस्टोनिया से लेकर बुल्गारिया और अन्य पड़ोसी देशों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी बैठक
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होने वाली इस बैठक में नाटो की तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। इस्टोनिया, लात्विया और लिथुआनिया जैसे बाल्टिक देशों और पोलैंड में नाटो के पांच हजार से ज्यादा सैनिक तैनात थे, जिनकी संख्या हाल ही में बढ़ाई गई है। नाटो के महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग ने गुरुवार को कहा था कि किसी तरह की गलतफहमी नहीं होनी चाहिए, हम अपने सदस्य देशों की सुरक्षा करेंगे। किसी भी एक सदस्य पर हमले का जवाब पूरे संगठन की तरफ से दिया जाएगा। नाटो में 30 देश शामिल हैं।

