उत्तराखण्ड
Alert उत्तराखंड… Char Dham Yatra पर फिर Covid का ख़तरा! बाहर से लोग ला रहे संक्रमण, क्या सख्ती बरतेगी सरकार?
देहरादून. उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा पर कोविड का खतरा मंडराने लगा है. स्वास्थ्य विभाग के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों में ही नये कोविड केस सामने आ रहे हैं, जबकि मई जून में चौथी लहर की संभावना जताई जा रही है. चूंकि नया एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन के मुकाबले ज़्यादा तेज़ी से फैलता है इसलिए उत्तराखंड में इस वैरिएंट को लेकर खतरा बना हुआ है. ऐसे में मंगलवार शाम को होने जा रही स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग में राज्य आगे के लिए कोई अहम रणनीति बना सकता है.
उत्तराखंड में एक्टिव कोविड केस की संख्या 70 पार हो गई है जबकि 2 प्राइवेट स्कूलों में भी कोविड पॉज़िटिव स्टूडेंट सामने आ चुके हैं. देहरादून जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित का मानना है कि कोविड केस मई या जून में तेज़ी से सामने आ सकते हैं जबकि अभी तक जो भी केस सामने आ रहे हैं, उनमें ज्यादातर वो मामले हैं, जो राज्य के बाहर से आए लोगों के हैं. उदाहरण के तौर पर पंतगनर अपने घर पहुंचा दिल्ली आईआईटी का छात्र संक्रमित पाया गया.
क्यों है उत्तराखंड में कोरोना का खतरा?
एक तरफ राज्य में पर्यटन पूरे शबाब पर है, तो दूसरी तरफ गर्मियों की छुट्टियों के चलते कई स्थानीय लोगों के बाहर से राज्य में आवाजाही लगी हुई है. वहीं पिछले कुछ महीनों में कोविड प्रोटोकॉल में ढील की वजह से टेस्टिंग काफी कम हो गई है. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि टेस्टिंग को बढ़ाया जाना ज़रूरी है. स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि कोविड की बढ़ती स्थिति चिंता की बात है और वो इस पर मंगलवार को मीटिंग करने वाले हैं.
एक नज़र में देखें फैक्ट्स और स्थिति
— 3 मई से शुरू होने जा रही है चार धाम यात्रा
— लोग मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइज़ेशन को लेकर गंभीर नहीं
— पर्यटन व छुट्टियों के चलते राज्य में आवाजाही बढ़ी
— कोविड टेस्टिंग उत्तराखंड में बहुत कम हुई
— स्कूलों व बाहर से आए स्टूडेंट्स में संक्रमण
— नये एक्सई वैरिएंट की पुष्टि हुई, तो बढ़ जाएगा खतरा
रावत ने स्पष्ट कहा है कि ज़रूरत पड़ी तो सख्ती की जाएगी. ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतने की ज़रूरत है. सभी एक्सपर्ट्स और डॉक्टरों के साथ कोविड के ताज़ा हालात को लेकर सरकार मंथन करेगी. इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चार धाम यात्रा को लेकर उत्साहित हैं और केदारनाथ का दौरा कर तैयारियों का जायज़ा ले चुके हैं. वह बद्रीनाथ दौरा भी कर सकते हैं.

