लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

Vitamin P Rich Foods: शरीर के एक-एक अंग को कंकाल बना देगी विटामिन-P की कमी, तुरंत खाना शुरू करें ये 15 चीजें

खबर शेयर करें -

विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई की तरह शरीर के बेहतर कामकाज के लिए विटामिन-P (Vitamin P) की भी जरूरत होती है। आपने इसका नाम पहले शायद ही सुना होगा। शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने वाला यह तत्व रोजाना खाई जाने वाली कई चीजों में पाया जाता है। विटामिन पी को अब फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) नाम से जाना जाता है।

फ्लेवोनोइड्स फल-सब्जियों, चाय, कोको और वाइन में पाए जाने वाला एक नैचुरली पिगमेंट है। फ्लेवोनोइड्स कुछ खाद्य पदार्थों को उनका रंग देते हैं और यूवी किरणों और संक्रमण से उनकी सुरक्षा करते हैं, साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।

विटामिन पी की कमी से आपको कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं इसलिए उन चीजों का सेवन करना बहुत जरूरी है जिनमें यह पाए जाते हैं। चलिए जानते हैं कि विटामिन पी क्या होता है, यह किन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है और इसके क्या फायदे होते हैं।

विटामिन-P या क्या है?

-p-

फ्लेवोनोइड्स को बायोफ्लेवोनॉइड्स के रूप में भी जाना जाता है और इसके छह उपवर्ग हैं। NIH की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में फ्लेवोनोइड्स के 6,000 से ज्यादा प्रकार हैं। इसे पहली बार 1930 में वैज्ञानिकों द्वारा संतरे में खोजा गया था। तभी से इसका नाम विटामिन पी दिया गया। यह नाम अब उपयोग नहीं किया जाता है, क्योंकि फ्लेवोनोइड्स विटामिन नहीं हैं।

यह भी पढ़ें 👉  Karela For Diabetes: डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण साबित होता है करेला, ऐसे करें सेवन

विटामिन-P की कमी के लक्षण और नुकसान

-p-

बायोफ्लेवोनॉइड की कमी के लक्षण विटामिन-C की तरह होते हैं। सबसे बड़ा लक्षण आसानी से चोट लगना और खून बहना है। ब्लीडिंग तब होती है, जब खून एक टूटी हुई रक्त वाहिका से निकल जाता है। इसकी कमी से आपको गठिया से संबंधित सूजन भी हो सकती है। इसकी गंभीर कमी स्कर्वी, मसूड़ों और दांतों की समस्याओं, त्वचा और बालों में सूखापन और एनीमिया का कारण बनता है।

विटामिन-P के मुख्य स्रोत

-p-

फ्लेवोनोइड्स यानी विटामिन-P कई गहरे रंग के फल-सब्जियों के रंग के लिए भी जिम्मेदार हैं। ये यौगिक जैतून के तेल, जामुन, प्याज, केल, अंगूर, टमाटर, रेड वाइन, चाय, कोको, सेब, अंगूर, सोयाबीन, सोया उत्पाद, क्रैनबेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी आदि में पाए जाते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  एक अप्रैल से बुखार भी महंगा पड़ेगा, इन ज़रूरी दवाओं की कीमत बढ़ाने के लिए सरकार ने दी मंजूरी

दिमाग बनता है मजबूत

NCBI की रेक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लेवोनोइड्स ब्रेन सेल्स की रक्षा कर सकते हैं और मनुष्यों में दिमाग के कामकाज को बढ़ाने का काम करते हैं। अगर आप अपनी याददाश्त तेज करना चाहते हैं, तो आपको फ्लेवोनोइड्स से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए।

डायबिटीज टाइप 2 जोखिम होता है कम

-2-

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट में पाया गया कि फ्लेवोनोइड्स वाली चीजों का अधिक सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है। रोजाना 300 मिलीग्राम फ्लेवोनोइड्स का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा 5% कम हो जाता है।

दिल की बीमारियों से बचाने में सहायक

मनुष्यों में 14 अध्ययनों की समीक्षा से पता चला है कि फ्लेवोनोइड्स के कुछ वर्गों का सेवन, विशेष रूप से फ्लेवोनोल्स, एंथोसायनिडिन्स, प्रोएंथोसायनिडिन्स, फ्लेवोन्स, फ्लेवोनोन्स और फ्लेवन-3-ओल्स दिल के रोगों का खतरा कम कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

You cannot copy content of this page