उत्तराखण्ड
उत्तराखंड की जनता पर बढ़ सकती है महंगाई की मार, बसों के किराये में वृद्धि के आसार
देहरादून: प्रदेश में जल्द ही व्यावसायिक वाहनों का किराया बढ़ सकता है। इसके लिए राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक 13 जुलाई को होगी। बैठक में किराया वृद्धि के साथ ही अन्य विषयों पर भी चर्चा की जाएगी। प्रदेश में व्यावसायिक वाहनों का किराया लंबे समय से नहीं बढ़ पाया है। जनवरी, 2020 में आखिरी बार व्यावसायिक वाहनों का किराया बढ़ा था। इसके बाद दो बार एसटीए की बैठक में किराया बढ़ाने को लेकर चर्चा हो चुकी है लेकिन इस पर निर्णय नहीं हो पाया है।
किराये में मैदानी क्षेत्रों के लिए प्रति किमी 29 पैसे बढ़ोतरी प्रस्तावित
अक्टूबर, 2021 में हुई एसटीए की बैठक में बैठक में किराया के संबंध में चर्चा की गई थी। इस दौरान किराया निर्धारण समिति की अनुशंसा के आधार पर तय दरों को बैठक में रखा गया। समिति ने साधारण बसों के किराये में मैदानी क्षेत्रों के लिए प्रति किमी 29 पैसे और पर्वतीय मार्गों के लिए 45 पैसे प्रति किमी की बढ़ोतरी प्रस्तावित की। वहीं एसी नान डीलक्स बसों के लिए यह वृद्धि मूल दर की 1.25 गुणा, एसी डीलक्स के लिए यह दर मूल दर की 1.90 गुणा और सुपर लग्जरी कोज के लिए यह दर मूल दर की तीन गुना प्रस्तावित की गई।
किराये की दरों में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित
परिवहन व्यवसायियों ने इस पर आपत्ति जताई थी। इस पर एसटीए ने चार आरटीओ की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कर नए सिरे से किराया निर्धारित करने को कहा। समिति ने यह रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को सौंप दी है। माना जा रहा है कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में किराये की दरों में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रस्तावित की है। संयुक्त परिवहन आयुक्त व सचिव एसटीए एसके सिंह ने बताया कि 13 जुलाई को एसटीए की बैठक रखी गई है। इसमें किराया वृद्धि प्रमुख मसला रहेगा।
बिना नामित सदस्यों के होगी बैठक
एसटीए में पांच सदस्य होते हैं। इसमें तीन सरकारी और दो गैर सरकारी सदस्य शामिल हैं। एसटीए में तैनात गैर सरकारी सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो चुका है। एसटीए द्वारा इनकी तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है। इनकी तैनाती न होने की सूरत में भी बैठक संभव है। दरअसल तीन सदस्यों की मौजूदगी बैठक का कोरम पूरी करती है। इनमें आयुक्त परिवहन, सचिव एसटीए और अपर सचिव न्याय शामिल हैं।