Connect with us

धर्म-संस्कृति

घर में सुख और समृद्धि पाने के लिए नव वर्ष पर करें ये सरल उपाय

खबर शेयर करें -

नव वर्ष का आगाज होने वाला है। इस पल के लिए सभी को बेसब्री से इंतजार है। खासकर कोरोना काल में नव वर्ष को लेकर लोगों में बेहद उत्साह है। पिछले दो वर्षों से कोरोना के चलते आम जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। इससे लोगों की जीवनशैली में व्यापक बदलाव आया है। लोग अपनी सेहत को लेकर बेहद एक्टिव हो चुके हैं। हालांकि, लोगों की नजर और उम्मीद परम पिता परमेशवर पर टिकी है। इसके लिए लोग उनसे प्रार्थना भी कर रहे हैं। आशा करते हैं कि आने वाले वर्ष में लोगों को कोरोना महामारी से मुक्ति मिले। साथ ही सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशियों का आगमन हो। अगर आप भी नव वर्ष के इंतजार में हैं और आप चाहते हैं कि वर्ष 2022 में आपको भाग्य का साथ मिले, तो नव वर्ष के प्रथम दिन ये सरल उपाय जरूर करें-

शंख खरीदकर लाएं

सनातन धर्म में शंख का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय शंख की उत्पत्ति हुई। समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी। इनमें एक रत्न शंख है। माता लक्ष्मी के साथ शंख भी उत्पन्न हुआ था। अतः शंख को माता लक्ष्मी का अनुज माना जाता है। कालांतर से जहां शंख रहता है। उस स्थान पर माता लक्ष्मी भी वास करती हैं। इसके लिए पूजा गृह में शंख रखा जाता है। वहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से शंखनाद से वातावरण में व्याप्त नकारात्मक शक्ति का नाश होता है। साथ ही बुरी शक्तियों से भी निजात मिलता है। इसके लिए नव वर्ष के प्रथम दिन शंख खरीदकर जरूर लाएं।

गणेश जी की मूर्ति खरीदकर लाएं और स्थापित करें

नव वर्ष में सुख और समृद्धि पाने के लिए गणेश जी की प्रतिमा खरीदकर ला सकते हैं। अगर घर पर पहले से स्थापित है, तो भगवान गणेश जी की पूजा उपासना कर सकते हैं। ज्योतिषों की मानें तो नव वर्ष पर घर में भगवान गणेश जी की पूजा करने से सुख और समृद्धि का आगमन होता है।

तुलसी का पौधा लगाएं

सनातन धर्म में तुलसी को पवित्र माना जाता है। रोजाना तुलसी के पौधे की पूजा-आरती की जाती है। इसके लिए नव वर्ष के प्रथम दिन घर पर तुलसी जरूर लगाएं। इससे घर में शुभ और मंगल का आगमन होगा। साथ ही संध्याकाल में तुलसी की आरती जरूर करें।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

Continue Reading

संपादक - कस्तूरी न्यूज़

More in धर्म-संस्कृति

Recent Posts

Facebook

Advertisement

Trending Posts

You cannot copy content of this page