उत्तराखण्ड
सूर्य के उत्तरी पूर्वी गोलार्द्ध क्षेत्र में हुआ जबरदस्त सौर विस्फोट
नैनीताल : धरती इन दिनों भीषण गर्मी से तप रही है। आसमान में सूर्य से भी भभूकाएं (सोलर फ्लेअर) निकल रही हैं। रविवार सुबह एक जबरदस्त सौर विस्फोट सूर्य के उत्तरी पूर्वी गोलाद्र्घ क्षेत्र में हुआ है। यह एक्स-वन क्लास का विस्फोट था। नासा के सोलर डायनामिक्स आब्र्जवेटरी (एसडीओ) ने इस विस्फोट की तस्वीरें ली हैं।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज)के वरिष्ठ सौर विज्ञानी व पूर्व निदेशक डा. वहाबउद्दीन ने बताया कि वर्तमान में 25वां सौर-चक्र चल रहा है। सूर्य में इन दिनों एक बड़ा सन स्पाट अत्यधिक सक्रिय है। यह सन स्पाट सूर्य के पिछले हिस्से से अब आगे की ओर बढऩे लगा है। इस सन स्पाट से रविवार सुबह 9.04 बजे जबरदस्त विस्फोट हुआ है।
नासा के एसडीओ द्वारा बनाए वीडियो में विस्फोट से निकलती भीषण लपटों को देखा जा सकता है। यह बेहद शक्तिशाली एक्स-वन क्लास की सोलर फ्लेअर थी। डा. वहाबउद्दीन के अनुसार यह सन स्पाट जटिल चुंबकीय क्षेत्र है और लगातार सक्रिय है। अगले एक-डेढ़ सप्ताह तक इस सन स्पाट के बेहद सक्रिय बने रहने की संभावना है। लिहाजा आने वाले दिनों में सूर्य पर कई विस्फोट देखने को मिल सकते हैं।
सूर्य की सक्रियता से धरती की गर्मी का संबंध नहीं
डा. वहाबउद्दीन ने बताया कि सूरज पर होने विस्फोट यानी सोलर फ्लेअर का धरती पर पडऩे वाली गर्मी से कोई संबध नहीं होता है। सूर्य पर इस तरह की गतिविधि सामान्य सौर प्रक्रिया है। एक सौर चक्र 14 वर्ष तक हो सकता है। इस चक्र के एक दौर में सूर्य बेहद सक्रिय हो जाता है। जिसे सोलर मैक्सिमा कहते हैं। इन दिनों यही सोलर मैक्सिमा का समय है। जब सूर्य पर सन स्पाट नही बनते यानी विस्फोट नही होते हैं तो उसे सोलर मिनिमा कहा जाता है।