दिल्ली
गुरुग्राम: भड़काऊ नारेबाजी के मामले में पुलिस के सामने नहीं पेश हुए विहिप और बजरंग दल के नेता
गुरुग्राम. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के चार पदाधिकारी उदयपुर में दर्जी की नृशंस हत्या के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से भड़काऊ नारेबाजी किये जाने के संबंध में शनिवार को यहां पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी, जिसके खिलाफ विहिप और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठन देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं.
अधिकारियों ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजित सिंह, संगठन के जिला मंत्री यशवंत शेखावत, बजरंग दल के जिला संयोजक अभिषेक गौड़ और भाजपा के पूर्व कार्यकारी जिला अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज को शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे थाने में पेश होने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 141 के तहत नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनमें से कोई पेश नहीं हुआ. पुलिस अब सोमवार के लिये उन्हें दूसरा नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है.
उदयपुर की घटना को लेकर निकाला था जुलूस, की थी नारेबाजी
बता दें कि गुरुग्राम में जामा मस्ज़िद के सामने आपत्तिजनक बयानबाज़ी को लेकर पुलिस ने भाजपा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज, विश्व हिंदू परिषद के अजीत, यशवंत और बजरंगदल के अभिषेक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था. शहर में धार्मिक भावनाएं भड़काने, किसी धर्म के प्रति आपत्तिजनक बयानबाज़ी, जानबूझ पर शांति व्यवस्था भंग को लेकर किसी अपमान करने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
असल में, तीन दिन पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं ने उदयपुर हत्या मामले को लेकर निकाला था. विरोध में जुलूस में शामिल लोगों ने सदर बाजार जामा मस्ज़िद के सामने की थी, धार्मिक भावनाओं को भड़काने, शांति व्यवस्था भंग करने को लेकर आपत्तिजनक बयानबाज़ी की थी.

