गढ़वाल
उत्तराखंड में डेंगू से BJP नेता समेत दो की मौत, मैदान ही नहीं पहाड़ों में भी फैल रही है बीमारी

रुड़की: उत्तराखंड में डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। प्रदेश में अभी तक डेंगू के 1263 केस सामने आ चुके हैं। देहरादून जिला डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। दून में इस सीजन में अभी तक डेंगू के 705 मामले मिले चुके हैं। चिंता वाली बात ये है कि अब सिर्फ मैदानी ही नहीं पहाड़ी इलाकों में भी डेंगू के केस मिल रहे हैं। मंगलवार को प्रदेश में 80 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई।
सबसे ज्यादा केस हरिद्वार में सामने आए, यहां 26 लोग डेंगू संक्रमित मिले। जबकि देहरादून में 23, नैनीताल में 17, पौड़ी में 10, अल्मोड़ा व चमोली में दो-दो लोगों को डेंगू का डंक लगा है। शहर से देहात तक डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। रुड़की से सटे मेहवड़ गांव में डेंगू से बीजेपी नेता समेत दो की मौत हो गई। इस गांव में संदिग्ध बुखार से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
इतना ही नहीं गांव में करीब डेढ़ सौ लोग बुखार से पीड़ित हैं, जबकि 15 से अधिक लोगों का विभिन्न अस्पताल में उपचार चल रहा है। डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके चलते सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ लगी हुई है। धरातल पर भी व्यापक स्तर पर डेंगू नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है।
नगर निगम की टीमें जगह-जगह फॉगिंग व लार्वानाशक दवा का छिड़काव कर रही हैं। राज्य में अब तक डेंगू के कुल 1262 मामले मिल चुके हैं। जिनमें से 932 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और वर्तमान में 317 सक्रिय मरीज हैं। दून में डेंगू के 705, हरिद्वार में 217, नैनीताल में 168, पौड़ी में 119, ऊधमसिंहनगर में 27, चमोली में 15, अल्मोड़ा में पांच, रुद्रप्रयाग में चार और बागेश्वर में दो केस मिले हैं। प्रदेश में डेंगू से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 13 है।


