दुर्घटना
दुःखद: डोडिताल ट्रैक पर गए पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता की मौत
डोडीताल ट्रैक पर गए लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता की हार्टअटैक से मौत हो गई, जबकि उनका एक साथी सुरक्षित है। ट्रेकरों के फंसे होने की सूचना पर रविवार रात को ही प्रशासन ने रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया था।
सोमवार को टीम ने 12 किमी की पैदल दूरी तय कर सहायक अभियंता का शव अगोड़ा पहुंचाया।रविवार को लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में सहायक अभियंता के पद पर तैनात वीरेंद्र चौहान अपने साथी कांति नौटियाल के साथ अगोड़ा गांव से डोडीताल की ट्रेकिंग पर निकले थे। अगोड़ा गांव से करीब 12 किमी की ट्रेकिंग के बाद वीरेंद्र की तबीयत बिगड़ गई और वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। यह देखकर कांति नौटियाल घबरा गए।
उन्होंने सूचना फोन कर परिचितों को दी। जिन्होंने बाद में जिला आपदा प्रबंधन और पुलिस प्रशासन को यह जानकारी दी। आपातकालीन एसओएस कॉल आने पर डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने रात में ही एसडीआरएफ, वन विभाग व पुलिस विभाग की टीमों को तुरंत मौके पर जाने के निर्देश दिए। मेडिकल टीम को भी जरूरी दवाओं के तैनात रहने के निर्देश दिए गए।
बाद में एसडीआरएफ के 19 जवानों के साथ ही चार पुलिसकर्मी, चार लोनिविकर्मी, चार स्वास्थ्य विभागकर्मी व 108 एंबुलेंस टीम सहित पांच लोगों को भी रेस्क्यू की जिम्मेदारी दी गई। यह टीम सोमवार तड़के घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने वीरेंद्र के शव को 12 किमी की पैदल दूरी तय कर अगोड़ा गांव पहुंचाया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया, वीरेंद्र चौहान हरि रेजिडेंसी, दून यूनिवर्सिटी रोड देहरादून के रहने वाले थे।