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बहन से दोस्ती की खौफनाक सज़ा, खेत में मिली गोली मारकर पत्थर से कुचले गए बंटी की लाश

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शराब की बोतल तोड़कर बंटी का पेट भी चीरा
अपराध शाखा ने बाहरी दिल्ली के बाबा हरिदास नगर में 4 फरवरी को बंटी उर्फ विक्की (23) की बेरहमी हत्या के मामले में भाई सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी हिमांशु डागर की बहन की बंटी से दोस्ती थी। आरोपी को ये पसंद नहीं था। उसने साजिश के तहत शराब पिलाकर बंटी के सिर में दोस्त धीरज तूर, अंशुल अंटिल और साहिल के साथ मिलकर गोली मार दी थी। इसके बाद पहचान छिपाने के लिए सिर को पत्थर से बुरी तरह कुचल दिया था। इससे चेहरे के कई टुकड़े हो गए थे।

आरोपियों ने शराब की टूटी बोतल कई बार घुसेड़कर पेट तक फाड़ दिया था। अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार, मित्राऊ गांव के खेत में बंटी का शव मिला था। मौके पर शराब की खाली बोतल, ग्लास, खून से सने पत्थर, रॉड व दवाइयां मिली थीं। शाखा में तैनात एसीपी यशपाल सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज दहिया, इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह, एसआई सतेंद्र सिंह व एसआई चिकारा की टीम को जांच में लगाया गया।

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पुलिस को मौके पर मिले सामान से ये पता चला कि आरोपी मृतक की जान-पहचान वाले हैं। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो डासना बस स्टैंड के पास स्थित शराब के ठेके पर बंटी को चार युवकों के साथ घूमते हुए दिखा। बांह पर बने टैटू के आधार पर गोपाल नगर, नजफगढ़ निवासी बंटी की पहचान हुई थी। इंस्पेक्टर मनोज दहिया ने जांच के बाद आरोपियों की पहचान गोपाल नगर निवासी हिमांशु डागर (20), गांव दिपालपुर सोनीपत निवासी धीरज तूर (21), अंशुल अंटिल (20) और गांव चौहान जोशी सोनीपत निवासी साहिल (21) के रूप में हुई। पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर हरिद्वार में दबिश दी, लेकिन आरोपी वहां नहीं मिले। इसके बाद चारों आरोपियों को गढ़ गंगा से गिरफ्तार कर लिया गया।

बंटी की हिमांशु की बहन से दोस्ती थी। ये बात हिमांशु को पसंद नहीं थी। उसने इस रिश्ते को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए बंटी की हत्या की साजिश रची। हिमांशु कुछ साल अपने मामा के पास दिपालपुर गांव सोनीपत में रह रहा था। इस कारण उसकी धीरज, अंशुल व साहिल के दोस्ती थी। साजिश के तहत हिमांशु ने अपना मोबाइल दो फरवरी को 7000 रुपये में बेच दिया और सिम कार्ड को तोड़ दिया। चारों आरोपी 3 फरवरी को नजफगढ़ आए, लेकिन बंटी ने फोन नहीं उठाया।

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आरोपियों ने बंटी के भाई को फोन किया, लेकिन भाई ने भी फोन नहीं उठाया। इसके बाद आरोपी बादली निवासी दोस्त गौरव उर्फ गोरा के घर जाकर रुके। चार फरवरी को फिर नजफगढ़ आए और चाय वाले से फोन लेकर बंटी को बुलाया। शराब पिलाने का झांसा देकर आरोपी उसे मित्राऊ गांव के खेत में ले गए हत्या कर दी। हत्या करने के बाद सभी सोनीपत होते हुए हरिद्वार पहुंच गए।

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