उत्तर प्रदेश
यूपी का दिल दहला, छेड़छाड़ का विरोध करने पर छात्रा को चलती ट्रेन के आगे फेंका, दोनों पैर, हाथ कटा, हालत नाजुक, सीएम योगी एक्शन में
दिल दहला यूपी का, छेड़छाड़ का विरोध करने पर छात्रा को ट्रेन के आगे फेंका…हालत चिंताजनक
बरेली। यहां सीबीगंज में छात्रा के साथ खौफनाक घटना घटी है जिससे सभ्य समाज का सिर एक बार फिर शर्म से झुक गया है। छात्रा का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसके साथ हो रही छेड़छाड़ का उसने विरोध किया जिसके बदले में दुर्दांतों ने ऐसा कर दिया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। दरिंदों ने छात्रा को चलती ट्रेन के आगे फेंकने दिया जिससे उसके दोनों पैर और एक हाथ कट गया है। छात्रा की हालत चिंताजनक बनी हुई है और इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई को कहा है।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। मामले में अफ सरों ने मौके पर जाकर पीडि़त परिवार से बात कर कार्रवाई का निर्देश दिया। बुधवार सुबह कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी राजेश कुमार सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने अस्पताल जाकर परिवार और डॉक्टरों से बात की। सीबीगंज इंस्पेक्टर अशोक कम्बोज, हल्का इंचार्ज नितेश कुमार और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने आरोपी युवक और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, शासन की ओर से पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपए सहायता राशि प्रदान की गई।
सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली इंटर की छात्रा शाम को सीबीगंज में कोचिंग पढऩे जाती है। उसके अधिवक्ता चाचा के मुताबिक उसके आने-जाने के दौरान एक युवक और उसका साथी उससे छेड़छाड़ करते थे। छात्रा से जानकारी मिलने पर परिजनों ने आरोपियों के घर वालों से शिकायत की, मगर वे दोनों नहीं माने।
मंगलवार को भी कोचिंग गई थी। शाम को लौटने के वक्त वह खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसके दोनों पैर कटे हुए थे। जानकारी करने पर पता चला कि उन्हीं दोनों युवकों ने उसे रास्ते में रोककर छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसे ट्रेन के आगे फेंककर जान लेने की कोशिश की।
पुलिस ने उसे इज्जतनगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भतीज़् कराया। वहां रात में उसका ऑपरेशन किया गया। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि छात्रा को ट्रेन के आगे फेंका गया या कुछ और हुआ। तहरीर के आधार पर रिपोटज़् दजज़् कर जांच की जाएगी।
दो महीने से परेशान कर रहा था शोहदा
जिस छात्रा के साथ घटना हुई, वह पिछड़ी जाति के परिवार से ताल्लुक रखती है। उसकी ताई इस समय गांव की प्रधान हैं। गांव निवासी एक युवक उसे करीब दो महीने से परेशान कर रहा था। वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर रास्ते में उसे रोक लेता था। छात्रा के साथ ही अन्य लोगों ने उसकी शिकायत परिजनों से की।
बताते हैं कि शुरू में छात्रा के परिजनों ने अपने परिवार में प्रधानी होने की वजह से शिकायत से बचाव किया पर सिर के ऊपर से पानी गुजरने पर आरोपी के परिजनों से शिकायत की। उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। परिवार ने पुलिस से भी शिकायत की पर सीबीगंज थाना पुलिस ने गांव में जाकर जांच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझा।
इसका नतीजा ये हुआ कि छात्रा अब जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। अब छात्रा का परिवार भी अफ सोस कर रहा है कि समय रहते ही अधिकारियों से शिकायत क्यों नहीं की गई। छात्रा के अधिवक्ता चाचा ने बताया कि उन्हें इस तरह की घटना का जरा भी आभास नहीं था।

