ऊधमसिंहनगर
भाई ने संपित्त के लिए कर दी भाई की हत्या, 95 सीसीटीवी कैमरे चेक करने के बाद हत्यारे तक पहुंची पुलिस
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में एक अगस्त को एक व्यक्ति का शव मिला था। जिसका गला रेत कर ह्त्या कर शव को नग्न अवस्था में फ्लाईओवर पर फेंका गया था। इस ब्लाईंड मर्डर के खुलासे के लिये एसएसपी मंजुनाथ टीसी के निर्देश पर पुलिस अधिकारियों एवं एसओजी सहित 6 टीमों का गठन किया गया था। जिसके बाद इस हत्याकांड का खुलासा एसएसपी डा मंजुनाथ टीसी ने किया। यह ब्लाईंड मर्डर का खुलासा करना पुलिस के लिये किसी चुनौती से कम नहीं था। पुलिस टीम ने लगभग 95 सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल सर्विलांस की मदद ली। जिसके बाद पुलिस हत्यारे तक पहुंच सकी थी।
एसएसपी मंजुनाथ टीसी ने इस ब्लाईंड मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध ट्रक को ट्रेस किया था। जो घटनास्थल पर रुका था और अपनी लाईटे बन्द की। करीब तीन मिनट तक वही पर रुका था। फिर लाईट बन्द कर सितारगंज हाईवे की ओर चला गया था। इस संदिग्ध ट्रक का रंग लाल और सामने का फ्रन्ट सफेद बाडी पर BTC लिखा हुआ था। मृतक की शिनाख्त 5 अगस्त को पपेन्दर सिंह उर्फ लाडी पुत्र मंजीत सिंह निवासी ग्राम बुखारपुर थाना नबाबगंज जिला बरेली उ0प्र0 उम्र 40 वर्ष के रूप मे हुई थी।
जब मृतक के परिजनों से मृतक के बारे मे जानकारी की तो पता चला कि मृतक अपने भाई गुरदेव सिंह पुत्र मंजीत सिंह के साथ ट्रक क्लीनर का काम करता था। अपने भाई के साथ ही घर से निकला था। बीती 1 अगस्त की रात्रि दस बजे तक दोनों लालकुँआ मे साथ साथ देखे गये थे। मृतक के परिजन की तहरीर पर थाना पुलभट्टा में इस हरया का मुकदमा धारा 302, 201 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था।
डा मंजुनाथ टीसी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मृतक के सगे भाई गुरदेव सिंह को बाईपास के पास से गिरफ्तार किया था यह भागने की फिराक में था। पुलिस ने जब इससे हत्याकांड के वारे में पूछताछ की तो पुलिस भी हैरतअंग्रेज खुलासे से दंग रह गई थी। पुलिस के अनुसार गुरदेव सिंह और मृतक भाई के अलावा उसकी पाँच बहने थी। गॉव में उसकी काफी ज़मीने थी,लेकिन बिक चुकी थी। उसका भाई मृतक पपेन्दर सिह उर्फ लाडी शराब पीने का आदी था।
उसने भाई से 50 हजार रुपये भी उधार लिये थे। पपेन्दर बार-बार बची खुची जमीन का हिस्सा मांगकर परेशान करता था। माता पिता भी पपेन्दर का साथ देते थे जिस कारण पिछले साल गुरदेव ने अपनी मां स्वर्ण कौर को भी मार डाला था, किन्तु पारिवारिक मामला होने के कारण वह बात दबा दी गयी। आरोपी की सारी जमीन उसके पिता मंजीत सिंह के नाम पर है, वो जमीन का बटंवारा नहीं कर रहे है। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई, किन्तु अभियुक्त के पिता मंजीत बंटवारे के लिये राज़ी नहीं थे।
इस पर आरोपी ने सबसे पहले अपने भाई पपेन्दर को और उसके बाद अपने पिता मंजीत सिंह को जान से मारकर सारी जमीन जायदाद हड़पने की योजना बना ली। पुलिस पूछताछ में हत्या के आरोपी ने बताया कि मैं ट्रक ड्राईवर हूँ तो मैं पपेन्द्र को अपने साथ भी हेल्पर के रूप मे रखता था। अपनी मां को मारने के बाद पपेन्द्र को मारने का प्लान मैने पहले बना लिया था इस कारण मैने उसकी शादी भी नही होने दी। उसका कोई आधार कार्ड आदि नहीं बनने दिया ताकि इसे कही भी मारकर फेंक देने पर इसकी जल्दी से कोई पहचान न हो सके।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने ट्रक न0 यूपी 80डीटी-5927 को लोडकर हल्द्वानी में माल उतारने गया। वापसी पर शराब ली और अपने भाई को ज़्यादा पिला दी नशा होने पर गोला पुल हाईवे पर उसकी गला रेट कर ह्त्या कर दी थी। उसका शव सरे कपडे उतार कर अंडरवियर में छोड़ा था। जिससे उसकी शिनाख्त न हो सके। बाद में सिसैया के पास रात भर रूका और सिडकुल सितारगंज की गुजरात अम्बुजा फैक्ट्री से ग्लूकोज लोडकर मैंने गाडी दूसरे ड्राईवरों के हाथों आगरा भिजवा दी और अपने घर वापस चला आया था।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि भाई के गायब होने पर परिवार के कहने पर लालकुँआ थाने गया जहाँ पपेन्दर की फोटो पुलिस ने दिखाकर बताया कि पुलभट्टा थाने मे उसकी बाडी मिली है। फिर मै वहा से फरार हो गया था ।पुलिस ने अभियुक्त की निशानदेही पर घटना मे प्रयुक्त आलाकत्ल चाकू और मृतक के कपडे बरामद किये है और अभयुक्त को जेल भेज दिया है।
