उत्तराखण्ड
अलग दल बना दीपक फैलाएंगे राजनीति का “प्रकाश”, इस्तीफे के बाद हलचल तेज
तो कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके दीपक बल्यूटिया अब अलग राजनीतिक दल बनाकर राजनीति करते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में प्रकाश फैलाना चाहते हैं। इस बात की भी खबर आ रही है कि दीपक को भारतीय जनता पार्टी में नहीं जाना है और कांग्रेस पार्टी से भी अब कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में तीसरा विकल्प केवल नया राजनीतिक दल बना नहीं रह जाता है जिस पर दीपक गंभीरता से विचार कर रहे हैं। दीपक की मनसा शुरुआत से ही राजनीति के क्षेत्र में आकर समाज सेवा करने की रही है। करीब 35 सालों तक दीपक ने कांग्रेस पार्टी में काम किया। मगर जब लोकसभा चुनाव करीब आए और कांग्रेस ने दीपक बल्यूटिया के लोकसभा चुनाव लड़ने की मंशा पर पानी फेर तो दीपक उखड़ गए।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे दीपक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब वह भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन करेंगे। मगर ऐसे किसी भी संभावना से दीपक ने पूरी तरह से इनकार किया है। कस्तूरी न्यूज़ से बातचीत में दीपक ने कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी से अब कोई लेन देन नहीं है और ना ही वह भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं। जहां तक नए राजनीतिक दल की बात है तो वह चाहते हैं कि समाज की युवा के लिए कुछ करें जिनके लिए इन दोनों राष्ट्रीय दलों में कुछ नहीं रखा है। वह तमाम ऐसे लोगों की संपर्क में है जो चाहते हैं की नई पार्टी का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों ही राजनीतिक दलों ने युवाओं को पूरी तरह से ठगा है। वह कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी प्रकाश जोशी का किसी भी तरह से विरोध नहीं कर रहे हैं मगर उनका अपना राजनीतिक स्टैंड कायम है जिसका असर आने वाले दिनों में साथ दिखेगा।
राजनीति के धुरंधर पंडित नारायण दत्त तिवारी से दीपक बल्यूटिया का पारिवारिक और काफी गहरे रिश्ते रहे हैं। एक धुरंधर कांग्रेसी होने के नाते उन्होंने तिवारी जी के निधन के बाद भी उनकी विचारधारा को काफी हद तक आगे बढ़ाया। दीपक का कहना था की राजनीति में रहते हुए पंडित तिवारी ने पहाड़ के विकास के लिए जो कार्य किया है वह शायद ही कोई कर पाए और वह भी तिवारी जी के नक्शे कदम पर आगे चलकर ऐसा ही कुछ करना चाहते हैं। खासकर की प्रदेश की युवा वर्ग के लिए जिसके लिए बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है। काफी समय पहले से ही दीपक बल्यूटिया ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू की थी मगर कांग्रेस पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ने का उनका सपना पूरा नहीं हो सका।
दीपक का कहना था कि उनके संपर्क में तमाम वरिष्ठ लोग भी हैं जो चाहते हैं कि समाज सेवा के क्षेत्र में अलग-अलग बनाते हुए कुछ किया जाए। ऐसे सब लोग एक होकर समाज के लिए कुछ नया करेंगे यह बात तय है जैसा कि दीपक ने बताया। अब आने वाले दिनों में या पूरी तरह से साफ हो जाएगा कि दीपक का अगला राजनीतिक कदम क्या होता है और वह किस दल का गठन करते हैं।