उत्तराखण्ड
वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम की सफाई, लगाए ये आरोप
कोटद्वार: पौड़ी SDM का एक वीडियो वायरल हो रहा है। SDM तहसील पौड़ी आकाश जोशी ने इस मामले सफाई दी है। उनका आरोप है कि नितिन बिष्ट नाम का युवक खुद को युवा नेता बता रहा था और अग्निवीर भर्ती में शामिल होने आए युवाओं को भड़का रहा था। उसे कई बार बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन वो नहीं गया। सवाल यह है कि अगर वो अभद्रता कर रहा था, तो पुलिस को क्यों नहीं बुलाया गया। जबकि, तहसील से सिर्फ 50 फुट की दूरी पर थाना तो है ही। साथ ही ASP का ऑफिस भी है।
SDM का कहना है कि अग्निवीर भर्ती के लिए करीब 5000 से अधिक युवा तहसील में प्रमाण पत्र बनवाने आए थे। तहसील प्रशासन सुबह नौ बजे से रात के डेढ़ बजे तक प्रमाण पत्रों की प्रिंटिंग और उनको तैयार करने का कार्य किया जा रहा था। 20 अगस्त को उप जिलाधिकारी अपने आवास पर शाम पांच बजे जब जलपान करने गए थे, तो इसी बीच नितिन नाम का युवक जनाधार कक्ष में आकर स्टाफ के साथ अभद्रता करने और प्रमाण पत्र बनवाने आए युवकों को भड़काने लगा। एसडीएम ने अपमानजनक तरीके से अग्निवीर भर्ती की आलोचना करने का भी आरोप लगाया है।
यह भी कहा कि जब SDM खुद तहसील पहुंचे और संबंधित युवक को समझाने लगे, लेकिन संबंधित युवक एसडीएफ के साथ भी अभद्रता करने लगा। हाथ पकड़कर धमकाने लगा कि देखता हूं कि कौन होता है 5 बजे बाद प्रमाण पत्र बनाने वाला। इसी बीच उप जिलाधिकारी ने संबंधित युवक को तत्काल कानून और शांति व्यवस्था के भंग होने की आशंका के दृष्टिगत पकड़कर घटनास्थल से बाहर की ओर ले गए।
उसके बाद युवक पर सरकारी कार्मिकों के साथ अभद्रता करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के संबंध में युवकों को भड़काने मामले में एफआई दर्ज की गई। इस संबंध में एसडीएम ने यह भी अवगत कराया कि संबंधित व्यक्ति सोशल मीडिया ट्विटर पर उक्त घटना के संबंध में आधी अधूरी वीडियो डालकर लोगों को गुमराह भी कर रहा है। उन्होंने युवक की ओर से फैलाई वीडियो का खंडन किया।