others
अल्मोड़ा: समर कैंप का दूसरा दिन, बच्चों ने जानी निबंध लेखन की बारीकियां
- बाल कवि सम्मेलन के लिए हुआ कवि व कवयित्रियों का चुनाव
अल्मोड़ा। बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी/बालसाहित्य संस्थान तथा भारत ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा राजा आनंदसिंह राजकीय बालिका इंटर कालेज अल्मोड़ा में आयोजित संमर कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने निबंध लेखन की बारीकियों को समझा। निबंध सत्र में बच्चों ने सबसे पहले हॉल में उपलब्ध वस्तुओं पर निबंध लिखा। उसके बाद बच्चों से पूछा गया कि इसे निबंध क्यों कहा जाता है। बच्चों ने अलग-अलग तर्क से अपना पक्ष रखा।
बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बताया कि निबंध साहित्य की वह विधा है जिसके लिखने में कोई बंधन नहीं है। उन्होंने नि का आशय नहीं तथा बंध का आशय बंधन बताया। उन्होंने पैन का उदाहरण देते हुए पैन की पृष्ठभूमि, पैन के प्रकार, पैन के भाग, पैन के लाभ तथा पैन के नुकसान एवं उपसंहार को अलग-अलग करके समझाया। उन्होंने कहा कि पैन पर कुछ ही लाइनों में छोटा निबंध लिखा जा सकता है। पैन पर एक बहुत बड़ा ग्रंथ भी लिखा जा सकता हैं।
बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए अल्मोड़ा की बाल मिठाई, अल्मोड़ा का नंदादेवी कौतिक, अल्मोड़ा का दशहरा मेला, हमारे आस-पास पाए जाने वाले पेड़, क्यों जरूरी है लड़कियों का पढ़ना, सुबह से शाम तक मेरी दिनचर्या तथा गरमी की छुट्टियों का सदुपयोग आदि विषयों पर अपने-अपने निबंध तैयार किए।
साहित्यकार नीरज पंत के निर्देशन में बच्चों ने अल्मोड़ा, बाल मिठाई, फूल, तितली, गरमी, कुल्फी, भोजन की बरबादी, सूरज, हरी सब्जी, फास्ट फूड, बादल, गरमी आदि विषयों पर स्वरचित कविताएं तैयार की। कवियों का चुनाव हुआ। बाल कवि सम्मेलन के लिए संचालकों का चुनाव खुले सत्र में मतदान के आधार पर हुआ। हिमांशी रौतेला को संचालक चुना गया। आज बच्चों के समूह बनाकर बाल कवि सम्मेलन, नुक्कड़ नाटक तथा समूह गीतसमूह में बच्चों ने तैयारी की। प्रमोद तिवारी के निर्देशन में बच्चों ने नुक्कड़ नाटक ‘कुदरत का विज्ञान’ तैयार किया।
कार्यक्रम की शुरूआत ‘मैं तुमको विश्वास दूं’ समूह गीत से हुई। विगत दिवस की रिपोर्ट पढ़ी गई, आज अध्यक्ष मंडल में इशिका जोशी व दीपांशु तिवारी को शामिल किया गया। स्मृति चित्रण प्रतियोगिता, शब्द लेखन प्रतियोगिता तथा अंक लेखन प्रतियोगिता में बाणी जोशी, मोनिका पंत, मानस जोशी तथा इशिका जोशी को बालसाहित्य उपहार में दिया गया। बच्चों ने ‘तोता कहता है’, जैसा में कहूं, कितना बड़ा पहाड़, नेताजी की खोज, पिज्जा हट तथा कितने भाई कितने खेलों में खूब मस्ती की।डा विजया ढौढियाल, उदय किरौला, प्रमोद तिवारी, नीरज पंत, भगवती गुसाई, डॉ जे सी दुर्गापाल, कोमल जोशी आदि ने संदर्भदाता बतौर बच्चों को अलग-अलग गतिविधियां कराई। आज हस्तलिखित पुस्तक के लिए बच्चों ने चुटकुले पहेलिया तथा ड्राइंग तैयार की। बच्चों द्वारा तैयार तथा भुवन मिश्रा व मोनिका पंत द्वारा संपादित दीवार पत्रिका ‘बाल संसार’ का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया।