अजब-गजब
गज़ब करामात: मामूली चोट का इलाज करने लगाया इंजेक्शन और बेहोश… सुबह बेहोशी हटी तो सामने अस्पताल का बिल देख फिर आ गई होश खोने की नौबत…
किस्सा बड़ा गज़ब और 100 फ़ीसदी हकीकत है। इस हकीकत के बारे में जिनके ऊपर बीती वह ही जानते होंगे कि निजी अस्पतालों में इस प्रकार की चमत्कारी घटनाएं भी होती हैं। घटना ऐसी कि किसी मरीज को ठीक करने के लिए उसे पहले बेहोश किया जाए और जब वह बेहोशी से जागे तो फिर उसे बिल थमा कर उसे दोबारा बेहोश करने का पूरा इंतजाम। बेहोशी भी किसी बड़े मर्ज को लेकर ऑपरेशन करने को नहीं बल्कि दो कारों में भिड़ंत के बाद आई मामूली चोटों की। इस घटना के बाद इन मरीजों के दिल पर ऐसी चोट पहुंची के उन्होंने दुखी मन से आपबीती बयां की। बताया कि कारों की भिड़ंत के बाद उन्हें नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें इंजेक्शन लगाया और वह बेहोश हो गए। सुबह जब आंख खुली तो पहले तो बेहोशी का कारण समझ नहीं आया और वह दोबारा बेहोश होते-होते तब बजे जब उन्हें एक रात का भारी भरकम बिल सामने दिखा दिया गया।
खबर: नैनीताल रोड स्थित प्रतिष्ठित अस्पताल पर प्रयागराज के पर्यटकों ने मनमानी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि दो कारों की भिड़ंत में उन्हें मामूली चोट आई। उन्हें डायल 112 ने सरकारी अस्पताल के बजाय नैनीताल रोड स्थित निजी अस्पताल पहुंचा दिया। आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें इंजेक्शन लगाया और जिससे बेहोश हो गए।
पुलिस के अनुसार, यूपी के प्रयागराज निवासी पांच युवक कार से नैनीताल घूमकर वापस लौट रहे थे। इधर, रामपुर के शाहबाद निवासी दो युवक और दो युवती भी नैनीताल से हल्द्वानी लौटे थे। बुधवार देर शाम लामाचौड़ क्षेत्र में दोनों कारों में आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में घायल हुए प्रयागराज के पर्यटक अनुपम मिश्रा व विशेष तिवारी ने बताया कि उन्हें मामूली चोट आई थीं। पुलिस ने प्राथमिक इलाज के लिए नैनीताल रोड स्थित निजी अस्पताल पहुंचा दिया। आरोप है कि दोनों को डाॅक्टर ने बेहोशी का इंजेक्शन लगाया, जिससे बृहस्पतिवार सुबह होश आया।
अनुपम ने बताया कि उन्हें डाॅक्टर ने उपचार के नाम पर 45 हजार व विशेष को 21 हजार का बिल दे दिया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर इंजेक्शन लगाकर जबरन बेहोश करने का आरोप लगाया है। कोतवाल उमेश मलिक ने कहा कि किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। इस संबंध में शिकायत मिली तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।