क्राइम

बेटी की लाश बोरे में भरके फेंकी, 15 दिन रोता रहा दहाड़े मारकर, जवान बेटी को बाप ने इसलिए उतार दिया मौत के घाट

खबर शेयर करें -

15 दिन तक बेटी के लापता होने का नाटक करता रहा
शाहजहांपुर जिले में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को जिंदा बोरी में बंदकर तालाब में फेंक दिया। इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पिता 15 दिन तक बेटी के लापता होने का नाटक करता रहा। जब उसकी लाश मिली तो खूब रोया। तब किसी को शक भी नहीं था कि पिता ही बेटी का हत्यारा होगा। पुलिस ने शुक्रवार को अर्चना हत्याकांड का खुलासा किया तो लोग हैरान रह गए।

पुलिस के मुताबिक अर्चना की हत्या उसके पिता सुखलाल ने की थी। खेत में युवक के साथ बेटी को देखने के बाद सुखलाल ने साजिश रची। उसने बेटी की पिटाई की। कई दिन तक कमरे में बेटी को बंद रखा। 21 जनवरी को उसके सिर पर ईंट मार दी, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद रात में उसे बोरी में भरकर तालाब में फेंक दिया था। अर्चना कोरोकुइयां स्थित एक स्कूल में 12वीं की छात्रा थी। 24 जनवरी की सुबह उसका शव दियूरिया-कल्यानपुर गांव के पास तालाब किनारे बोरी में मिला था।

यह भी पढ़ें 👉  iphone ऑर्डर किया, डिब्बे से साबुन की बट्टी निकली, Flipkart से ऐसे लिया पैसा वापिस

तालाब के किनारे स्कूल बैग, साइकिल पड़ी थी। मृतका के पिता सुखलाल ने 10 जनवरी से स्कूल जाने के बाद वापस न आने और पुलिस पर गुमशुदगी दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने अर्चना के मोबाइल की सीडीआर निकलवाकर जांच शुरू की। उसमें सबसे अधिक बार गांव के मटरू नाम के युवक से बात हुई। पुलिस ने उससे संपर्क साधा। वह इंदौर में था। पहले पुलिस मान रही थी कि उसकी हत्या प्रेम-प्रसंग के चलते प्रेमी ने की थी, लेकिन प्रेमी के गांव आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सारी कहानी ही बदल गई। पुलिस ने अर्चना के पिता सुखलाल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली है।

यह भी पढ़ें 👉  महिला क्रिकेटर से मोबाइल पर अश्लील बातचीत के मामले में कोच नरेंद्र शाह निलंबित, हालात नाजुक

पुलिस के अनुसार, 10 जनवरी को कड़ाके की सर्दी के कारण स्कूल का अवकाश था। फिर भी अर्चना बैग लेकर स्कूल जाने की बात कहकर साइकिल से निकली। सुखलाल का शक गहराया तो उसने पीछा किया। इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि गांव से कुछ दूरी पर सुनसान इलाके में गन्ने के खेत में उसे एक युवक के साथ अर्चना को पिता ने देख लिया। सुखलाल ने बेटी के थप्पड़ मारने के बाद घर में लाकर कमरे में बंद कर दिया। 21 जनवरी की रात उसे बेहोशी की हालत में बोरी में भरकर तालाब में फेंका आया। उससे पूछताछ की गई तो सारी हकीकत सामने आ गई। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

You cannot copy content of this page