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फेमस गुरु विकास दिव्यकीर्ति का कोचिंग सेंटर भी सील, उनकी चुप्पी से छात्रों में गुस्सा, जानिये सब कुछ विकास उनके कोचिंग सेंटर और सील मामले में
नई दिल्ली: दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे की गाज दृष्टि आईएएस के डायरेक्टर विकास दिव्यकीर्ति पर भी गिरी है। उनके कोचिंग इंस्टीट्यूट दृष्टि आईएएस को एमसीडी ने सील कर दिया है। इस कदम के बाद लोग विकास दिव्यकीर्ति के बारे में सर्च करने लगे हैं। पूर्व सिविल सेवक रह चुके विकास दिव्यकीर्ति केंद्रीयय गृह मंत्रालय में भी काम कर चुके हैं। कल रात मुखर्जी नगर में उनके घर के बाहर छात्रों ने खूब प्रदर्शन किया।
हरियाणा की पैदाइशडॉ. विकास दिव्यकीर्ति एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर और लेखक हैं, जो देश के सबसे सम्मानित शिक्षकों में से एक हैं। 26 दिसंबर, 1973 को हरियाणा में एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के पिता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में एक प्रसिद्ध हिंदी साहित्य प्रोफेसर थे, जबकि उनकी मां भिवानी में एक पीजीटी शिक्षक थीं। विकास दिव्यकीर्ति के दो बड़े भाई हैं – एक अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर और दूसरा सीबीआई में डीआईजी हैं। डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी स्कूली शिक्षा हरियाणा के भिवानी जिले के सरस्वती शिशु मंदिर में पूरी की। ग्रैजुएशन की पढ़ाई के लिए उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने हिंदी में बीए किया। अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने अंग्रेजी और हिंदी में स्नातकोत्तर डिग्री के साथ-साथ एमए, एमफिल और पीएचडी की योग्यता प्राप्त की है। इस मजबूत शैक्षणिक आधार ने उन्हें भारत में यूपीएससी परीक्षाओं के लिए उच्च योग्य प्रोफेसरों में से एक के रूप में उन्हें स्थापित किया।
1999 में दृष्टि आईएएस की स्थापना
अपनी शैक्षणिक यात्रा के बाद, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली विश्वविद्यालय में अपने शिक्षण करियर की शुरुआत की थी। साथ ही, पारिवारिक उम्मीदों से प्रभावित होकर, उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और साल 1996 में AIR 384 हासिल की थी। गृह मंत्रालय में कुछ समय काम करने के बाद, उन्होंने शिक्षण के अपने जुनून का पालन करने का फैसला किया और 1999 में दिल्ली के मुखर्जी नगर में दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर की स्थापना की।
उधर ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत के बाद यूपीएसी एस्पिरेंट्स का प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन की आग दिल्ली के मुखर्जीनगर तक पहुंच चुकी है. इस मामले पर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की ओर से कोई से कोई स्टेटमेंट नहीं आई है. आईएएस की तैयारी कराने वाले शिक्षकों में देश भर में पॉपुलर दिव्यकीर्ति की चुप्पी से छात्रों में काफी नाराजगी है. छात्र उनके खिलाफ मुखर्जीनगर में विरोध प्रदर्शन कर रह हैं. वहीं, पुलिस ने छात्रों से शांत रहने और हटने की अपील कर रही है. पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्थिती बेकाबू होती है तो कार्रवाई की जा सकती है.मुखर्जीनगर इलाके का एक वीडियो सामने आया है. इसमें दिख रहा है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले हजारों छात्र सड़कों पर उतर गए हैं. कुछ छात्र दीवारों, रेलिंग, पुलिस बैरिकेड और गाड़ियों पर चढ़े हुए हैं. पुलिस उन छात्रों से नीचे उतरने की अपील कर रही है. पुलिस के अधिकारी छात्रों से यह कहते हुए सुना जा सकता हैं, ‘हेल्लो नीचे उतरो… उधर खड़े हो जाओ.. पीछे हो जाओ.’
3 छात्रों की मौत पर एमसीडी का एक्शनदरअसल, शनिवार को भारी बारिश के बाद नाला जाम हो जाने की वजह से ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएएस स्टडी सर्किल (Rau’s IAS Study Circle) के बेसमेंट में में पानी घुस जाने और उनके लाइब्रेरी का मेन गेट बंद हो जाने से 3 छात्रों की मौत हो गई. बतातें चलें कि इस घटना के बाद सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की नींद से आंख खुली है. एमसीडी ने सोमवार को दिल्ली के कई कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की.दृष्टि कोचिंग सेंटर सीलएमसीडी ने सोमवार की देर रात को डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की कोचिंग नेहरू दृष्टि (विजन) सेंटर, जो कि नेहरु विहार के वर्धमान मॉल के बेसमेंट में चल रहा था, को सील कर दिया. एमसीडी ने सोमवार की देर रात तक सिविल सर्विसेज (UPSC) की तैयारी कराने वाले 13 कोचिंग सेंटरों को सील किया. साथ ही राव आईएएस स्टडी सर्किल के पास बने अवैध निर्माण पर बुलडोजर एक्शन हुआ