उत्तराखण्ड
चुनावी सरगर्मी: भाजपा नेताओं के घर से उतार दिए भाजपा के झंडे, मुख्य चुनाव अधिकरी कार्यालय में दस्तक
भाजपा ने चुनाव आयोग के कतिपय अधिकारियों पर कार्यकर्ताओं के घरों से झंडे, नाम पट्टिका और स्टीकर जबरन हटाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने इसको लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की और सोमवार को सचिवालय स्थित मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम के कार्यालय में दस्तक दी।
पार्टी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि आचार संहिता की आड़ में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन करार दिया और शिकायतीपत्र सौंपा। कोठारी ने कहा, अनेक स्थानों पर आयोग की टीम आचार संहिता का हवाला देकर आवश्यक अनुमति के बावजूद पार्टी के औपचारिक प्रचार को बाधित कर रही है। साथ ही पार्टी के सामान्य समर्थकों को भी उनकी राजनीतिक अभिव्यक्ति के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।
अधिकारियों ने पार्टी के सदस्यों और पदाधिकारियों के घरों से नेम प्लेट व पार्टी ध्वज, स्टीकर आदि जबरन उतार लिए हैं। कहा, कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, जबकि कोई भी राजनीतिक दल का सदस्य या समर्थक अपने घर पर अपनी नेम प्लेट व झंडा लगा सकता है।
पार्टी की एलईडी वैन को भी आयोग के कर्मचारियों ने जगह-जगह रोका व परेशान किया, जबकि आरटीओ व चुनाव आयोग से सभी प्रकार की अनुमति प्राप्त की जा चुकी है। कहा, चुनाव आयोग द्वारा सभी जिलाधिकारियों या आयोग के अधिकारियों को अधिकृत रूप में सूचित किया जा चुका है। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता अनिल गोयल, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, संयोजक कानून मामले संजय कुमार गुप्ता व रमेश चौहान शामिल थे