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मिसाल बना पहाड़ का लाल: पीजी कॉलेज लोहाघाट से भारत के पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सीईओ तथा जनरल सेक्रेटरी का सफर तय किया डॉ. मेहता ने, 43 साल पहले लिया गोल्ड मेडल

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  • 43 वर्ष पूर्व पीजी कॉलेज के पहले गोल्ड मेडलिस्ट छात्र रहे डॉ मेहता का महाविद्यालय परिवार द्वारा किया गया भावपूर्ण स्वागत
  • दृढ़ इच्छा शक्ति एवं मजबूत इरादों से बढ़ते कदम नहीं रुक सकते कभी – डॉ मेहता

लोहाघाट। स्वामी विवेकानंद राजकीय पीजी कॉलेज में छात्र-छात्राओं से लेकर सभी लोग बड़ी उत्सुकता से अपने उस चिराग का भावपूर्ण स्वागत करने के लिए उत्सुक थे, जिसने इसी संस्था से पहला गोल्ड मेडल प्राप्त कर आज देश-विदेश में अपनी प्रतिभा के बल पर ही अपनी ही नहीं बल्कि अपने क्षेत्र के लोगों की विशिष्ट पहचान बनाई है।

मौका था 43 वर्ष पूर्व डॉ रंजीत मेहता जिन्होंने इस महाविद्यालय से गोल्ड मेडल हासिल कर यहां के छात्र-छात्राओं के आगे बढ़ने के द्वार खोले थे। इस छात्र को आज पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सीईओ तथा जनरल सेक्रेटरी जैसे महान हस्ती बनकर उनके बीच आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए कॉलेज में पलक पाउडे बिछाए गए थे। डॉ मेहता अपने उद्योग जगत के साथी अनुज खन्ना को भी लेकर जैसे ही कॉलेज में पहुंचे एनसीसी कैडेटो ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया, उनका तिलक लगाकर स्वागत किया गया। प्राचार्य प्रो॰संगीता गुप्ता की अध्यक्षता, डॉ प्रकाश लखेड़ा व डॉ रेखा जोशी के संयोजन एवं एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ कमलेश शक्ता के संचालन में उनका ऐतिहासिक स्वागत किया गया।

प्रो॰ संगीता गुप्ता ने कहा उन्हें अपने महाविद्यालय के सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचे छात्र का स्वागत करते हुए ऐसा गर्व एवं गौरव अनुभव हो रहा है जिसे भावनाओं में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। उनके सम्मान में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। डॉ प्रकाश लखेड़ा ने अभिनंदन पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिस शख्सियत ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई हो और जिसकी जड़े इस महाविद्यालय में है, जैसे महान व्यक्ति का स्वागत करने में हमारी वाणी मुख एवं कंठ भावनाओं से अवरुद्ध हो रहे हैं। अपने सम्मान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए डॉ मेहता ने कहा दृढ़ इच्छा शक्ति एवं मजबूत इरादों के साथ छात्र-छात्राओं को हीन भावना पीछे छोड़कर आगे कदम बढ़ाते रहने की सीख दी, कहा यह कदम तब तक बढ़ते रहने चाहिए जब तक कि मंजिल तक नहीं पहुंचते। जीवन में सफल व्यक्ति आसमान से नहीं टपकते है बल्कि उनका हौसला एवं दृष्टिकोण ही उन्हें पंख लगाता है। आज डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर युवाओं के हाथों में है। अपने ज्ञान विज्ञान एटीट्यूड एवं जीवन के लक्ष्य का समावेश कर जमीन से आसमान छूने के लिए छात्र कमर कस ले।

डॉ मेहता के साथ आए प्रमुख उद्योगपति अनुज खन्ना ने कहा कि उन्हें आज पता चला कि जो डॉ मेहता आज देश-विदेश के औद्योगिक जगत के लिए थिंक टैंक, उच्च कोटि के वास्तु विज्ञानी एवं नए भारत के शिल्पी के जीवन को तराशने वाला यही महाविद्यालय है जिसके प्राचार्य समेत सभी प्रोफेसरो को उन्होंने अपना नमन किया जिन्होंने महाविद्यालय के डॉ प्रकाश लखेड़ा के प्रयासों को सराहा। इससे पूर्व महाविद्यालय के छात्र रहे सचिन जोशी महाविद्यालय के शोध छात्र विवेक राय ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह दिया। महाविद्यालय के डॉ बीपी ओली एवं डॉ रेखा जोशी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

फोटो – महाविद्यालय परिवार के साथ डॉ मेहता एवं अनुज खन्ना, महाविद्यालय में दोनों का स्वागत करते लोग।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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