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लोहाघाट: घर होते हुए भी तीन साल कूड़ेदान में बिता दिए विक्षिप्त महिला ने…आज किया परिजनों के सुपुर्द
लोहाघाट। बाराकोट में विगत तीन वर्षों से कूड़ेदान में रह रही विक्षिप्त महिला जानकी देवी को आज एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट के निर्देश पर प्रशासन की टीम ने उनके परिजनों को सुपर्द कर दिया।
बुधवार को दोपहर 1:00 बजे प्रशासन की टीम तहसीलदार बाराकोट हरीश नाथ गोस्वामी के नेतृत्व में बाराकोट पहुंची दल में राजस्व निरीक्षक छतर सिंह बोहरा, राजस्व उप निरीक्षक दीपक बोहरा, गोविंद बल्लभ, अनुज उप्रेती, महिला पी0आर0डी0 जवान ममता कालाकोटी मौजूद थे। प्रशासन की टीम को देखते ही जानकी देवी खेतों की और भाग गई तथा किसी भी तरह अपने परिजनों के पास जाने को राजी नहीं हुई। तब बमुश्किल लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी ने मध्यस्थता करते हुए विक्षिप्त महिला जानकी देवी को किसी तरह परिजनों के पास जाने को राजी किया तथा प्रशासन की टीम के साथ उसे उसके गृह निवास बैडा बैडवाल,(बाराकोट) ले जाकर महिला के जेठ जीवन सिंह अधिकारी एवं अन्य परिजनों के सुपर्द कर दिया।
मालूम हो कि कूड़ेदान में रहने से पूर्व कोरोना काल मे यही महिला तहसील कार्यालय के निकट लिंक रोड में बने कलवट में रहती थी तब नागेंद्र जोशी ने प्रशासन के संज्ञान में लाते हुए उसे रेस्क्यू किया था। महिला को रेस्क्यू करने में योगेश चंद्र जोशी,सूरज बिष्ट,नमन जोशी,गुड्डू वर्मा,आनंद राम कालाकोटी, सौरव नाथ, शुभम नाथ ने सहयोग किया।
फोटो – विक्षिप्त महिला को उसके घर ले जाते नागेन्द्र जोशी।