क्राइम
यूट्यूबर अगस्त्य चौहान की मौत: हादसा या हत्या, पिता ने उठाए सवाल
देहरादून। अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस-वे के माइल संख्या 47 पर बुधवार सुबह यूट्यूबर और बाइक रेसर देहरादून के अगस्त्य चौहान की हादसे में हुई मौत ने नया रूप ले लिया है। परिवार वालों ने मौत के पीछे हादसा नहीं, बल्कि हत्या करना वजह बताया है। पिता ने कई सवाल खड़े किए हैं।
मामले में एसपी देहात के निर्देशन में सीओ खैर इसकी जांच में जुट गए हैं। गुरुवार को पुलिस ने जेवर-नोएडा टोल प्लाजा के सीसीटीवी खंगाले, इसमें स्पष्ट हुआ कि दिल्ली की ओर से अगस्त्य पांच बाइक रेसर साथियों संग यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़ा था। इनमें से तीन जेवर टोल से वापस दिल्ली लौट गए। अगस्त्य व एक अन्य आगरा की ओर आगे बढ़े। पुलिस ने परिवार को भरोसा दिया कि वह मामले में तहरीर दें। पुलिस केस दर्ज कर जांच एवं कार्रवाई करेगी। हरिद्वार में अगस्त्य का अंतिम संस्कार किया गया।
दून के चकराता रोड कापरी ट्रेड सेंटर निवासी 22 वर्षीय अगस्त्य चौहान पुत्र जितेंद्र सिंह चौहान प्रो राइडर 1000 नाम से यूट्यूब चैनल चलाता था। उसके लाखों फॉलोअर्स हैं। अगस्त्य हैदराबाद में हुई पंजा कुश्ती 2022-23 प्रतियोगिता का नेशनल चैंपियन भी बना था। बुधवार को यमुना एक्सप्रेस-वे के माइल संख्या 47 के पास उसकी मौत हो गई। इस हादसे के समय वह करीब 16 लाख की स्पोर्ट्स बाइक पर था। पहले दिन यह बात सामने आई थी कि बाइक तेज रफ्तार होने से अनियंत्रित होकर डिवाइडर में लगी और अगस्त्य की मौत हो गई। गुरुवार को अगस्त्य के पिता जितेंद्र ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए सवाल खड़े किए।
अगस्त्य के पिता जितेंद्र चौहान ने कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि बेटा 30 या एक मई को दून से नोएडा गया। यहां उसकी प्रमोशन वीडियो को लेकर किसी से डीलिंग संबंधी बैठक थी। नोएडा के एक होटल में वह साथियों सहित रुका था। दो मई की रात एक बजे उसने यह बात परिवार से फोन पर साझा की। जानकारी है कि अगस्त्य संग चार बाइक रेसर, वे उसके साथ यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़े। तीन रेसर जेवर टोल से वापस नोएडा लौटे। अगस्त्य और एक अन्य रेसर मथुरा की ओर बढ़ा।
अगस्त्य के पिता ने सवाल उठाए हैं कि उसके जब बेटा 300 की रफ्तार से बाइक दौड़ा रहा था तो सिर्फ सिर में चोट और बाइक भी थोड़ी ही टूटी क्यों? 300 की रफ्तार में तो उसके शरीर के अन्य अंग टूट जाते। बाइक के भी परखच्चे उड़ जाते।
साथी रेसर ने तीन घंटे बाद संपर्क क्यों किया बेटे के साथ मथुरा की ओर आगे बढ़े रेसर ने परिवार से तीन घंटे बाद संपर्क किया। उसने खुद की लोकेशन बताई। परिवार मिलने गया तो वह नहीं मिला। बार-बार लोकेशन बदलने लगा। बाइक-हेलमेट के कैमरे कहां हैं बेटे की बाइक और हेलमेट में 360 डिग्री में शूट वाले कैमरे लगे थे। वे कहां हैं? घटनास्थल के पास किसी कार के पहियों के घसीटने के निशान क्यों थे?
चारों बाइकर अभी तक सामने क्यों नहीं आए बेटे के साथ रहे चारों बाइक रेसर परिवार के सामने क्यों नहीं आए? पिता ने कहा कि वे इस मामले की तह तक जाएंगे। सभी एंगल संदिग्ध प्रतीत कर रहे हैं। यह सड़क हादसा नहीं, बल्कि हत्या है। इसके पीछे यूट्यूब पर फैन फॉलोइंग की रंजिश भी हो सकती है।
अलीगढ़ पुलिस की उम्मीद से परे यह घटना आरोपों और सवाल खड़े होने के बाद गंभीर हो गई है। सीओ खैर राकेश कुमार सिसोदिया को एसपी देहात पलाश बंसल ने घटना के प्रत्येक बिंदु पर जांच के लिए लगाया है। पुलिस टीम ने घटनास्थल का दोबारा मुआयना किया। पुलिस की टीम हेलमेट और बाइक में लगे दो कैमरों की तलाश में जुटी है। इसके अलावा पुलिस की टीम ने तय किया है कि अगस्त्य की बाइक की फॉरेंसिक जांच की जाएगी। इसमें स्थिति काफी हद तक स्पष्ट होगी।
