उत्तराखण्ड
जौनसार के बुल्हाड़ गाँव पहुंचे भगत सिंह कोश्यारी
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज देहरादून से करीब पौने दो सौ किलोमीटर दूर जौनसार गांव के बुल्हाड़ गांव पहुंचे। उन्होंने कहा , यहां के लोग शानदार बागवानी कर रहे हैं। रास्ते में कोरवा गांव के पास पहाड़ी शैली से बने शानदार होटल ” बुरांस ” में भोजन किया। यह होटल कोरवा के युवा गजे सिंह तोमर का है जिन्होंने दिल्ली में निजी कम्पनी के अच्छे पैकेज को छोड़कर गांव आए और यहां होटल का निर्माण कर पर्यटन व्यवसाय के साथ साथ बागवानी से जुड़े हैं। देशभर के पर्यटक इनके होटल में आ रहे हैं।



उसके बाद कोटी कनासर में युवा बागवानों से मुलाकात हुई और उनसे विचार विमर्श हुआ।करीब चार बजे हम बुल्हाड़ गांव पहुंचे जहां आय-कर आयुक्त रहे रतन सिंह रावत का सेब का बाग देखा तो लगा जैसे हम कश्मीर या किसी युरोप के किसी हाई टेक सेब उत्पादक देश में हों।यहां के कई परिवारों ने सेब उत्पादन के साथ साथ लाखों रुपए के टमाटर भी पैदा किए हैं। इन खेतों में जाकर लगा कि हमारे बंजर खेतों में कितनी ताकत है।
मेरे साथ कृषि में पद्मश्री से सम्मानित प्रेम चंद शर्मा, बागवानी में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड धारी बिलेख, रानीखेत के गोपाल उप्रेती, बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़ गांव में महिला सशक्तीकरण पर काम कर रही डा. पूजा गौड़, आईआईएम अहमदाबाद से उच्च शिक्षा के बाद लाखों का पैकेज छोड़कर चकराता क्षेत्र में पर्यटन व होर्टी टूरिज्म से जुड़े व्यवसायी विक्रय पंवार, वरिष्ठ पत्रकार व बागवान विजेन्द्र रावत सहित कई बागवान थे।26 को बुल्हाड़ में बागवानी पर एक गोष्ठी भी है, जिसमें उत्तराखंड में बागवानी के चमकदार भविष्य पर चर्चा होगी।
