उत्तराखण्ड
बागेश्वर उपचुनाव: तो पार्वती दास होंगी भाजपा की उम्मीदवार!! सहानुभूति होगा बड़ा फैक्टर
बागेश्वर। लंबी बीमारी के बाद ठीक हो चुके तत्कालीन केबिनेट मंत्री अचानक ही जब दिवंगत हो गए तो यह खबर एकाएक आई और चोंकाने वाली थी और इसके साथ ही बागेश्वर विधानसभा रिक्त भी हुई। अब यहां उपचुनाव का बिगुल जब बज चुका है तो भाजपा के लिए प्रत्याशी चयन शायद उतना मुश्किल नहीं होगा और माना जा रहा है की दास परिवार के बाहर टिकट देकर पार्टी शायद ही चौकाये। ऐसे में माना जा रहा है की स्व चन्दन राम दास की पत्नी ही यहां से भाजपा की उम्मीदवार होंगी। इसके पीछे सहानुभूति भी बड़ा कारण माना जा रहा है।
उप चुनाव में विधानसभा हेतु नामांकन के दो दिन बीत चुके हैं परंतु अब तक भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप नहीं दी पाई है। जिस कारण प्रतिदिन नई चर्चाओं को बल मिल रहा है। भाजपा सूत्रों की मानें तो चुनावों में भाजपा का स्व चंदन दास की पत्नी पार्वती दास पर दांव लगा सकती है। भाजपा किसी भी कीमत में स्व दास की मौत की संवेदना के लाभ को खोना नहीं चाहती है।
उप चुनाव में प्रत्याशी चयन भाजपा व कांग्रेस के लिए मंथन तक ही सीमित रह गया है। हालांकि भाजपा में स्व दास के परिवार के अलावा अन्य कार्यकर्ताओं ने भी टिकट के लिए दावेदारी की औपचारिकता निभाई है परंतु इतना तय है कि प्रत्याशी चयन का फैसला भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व चंदन दास के परिवार के इर्द गिर्द ही घूम रहा है तथा उनके परिवार से ही प्रत्याशी का चयन होना है। जिसमें स्व दास की पत्नी पार्वती दास का टिकट सर्वाधिक मजबूत बताया जा रहा है। इसके पीछे भाजपा के राजनीतिक विष्लेशकों का मानना है कि स्व दास की असामयिक मृत्यु के बाद जनता में उनके परिवार के प्रति संवेदना है।
हालांकि स्व दास के पुत्र गौरव की बात की जाय तो उन्होंने अपने पिता के साथ काफी राजनैतिक गुर सीखे वहीं छोटा पुत्र भास्कर दास भी देहरादून में राजनैतिक रूप से मजबूत रहा तथा कार्यक्रमों में आन जाना रहा। इधर स्व दास की पत्नी पार्वती दास भी अपने पति के साथ प्रदेश के विभिन्न स्थानों में कार्यक्रमों में प्रतिभाग करती रही।जिससे किसी भी पारिवारिक सदस्य को राजनैतिक अनुभव में कम नहीं आंका जा सकता है। वर्तमान में चल रही टिकट की चर्चाओं की बात करें तो अब तक जो बात सामने आ रही है उसमें स्व दास की पत्नी पार्वती दास का पलड़ा मजबूत माना जा रहा है। रणनीतिकारों का मानना है कि भाजपा की जीत इस उपचुनाव में सुनिश्चित है तथा अब भाजपा को जीत का अंतर अधिक करना है। अधिक अंतर के लिए स्व दास की पत्नी पार्वती ही आंकड़ों में फिट बैठ रही है। क्योंकि इसका लाभ भाजपा को हमेशा नगर में पीछे रहने वाली भाजपा को मिलेगा। साथ ही संपूर्ण विधानसभा में पार्वती को अन्य प्रत्याशियों की अपेक्षा अधिक मत मिलेंगे। जिससे यह तय माना जा रहा है कि भाजपा पार्वती पर ही दांव लगाने को पार्टी के पक्ष में अधिक दिख रही है।