
कुंडेश्वरी निवासी श्री सरजीत सिंह सिरोही की बेटी डॉ रंजना सिरोही को गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं अभियंतिकी विश्वविद्यालय के चौतीसवें दीक्षांत समारोह में बेस्ट पीएचडी गोल्ड मैडल अवार्ड से पुरस्कृत किया गया । इस समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान के अतिरिक्त, श्री अजित डोभाल जी, श्री गणेश जोशी जी, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जी एवं आइसीएआर के महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक जैसे महानुभव भी प्रस्तुत थे । ये पुरस्कार यूनिवर्सिटी के सबसे उत्कृष्ट अनुसन्धान हेतु प्रत्येक वर्ष केवल एक विद्यार्थी को प्रदान किया जाता है । इस संबंध में डॉ रंजना ने एक आधुनिक तकनीक का अविष्कार किया जिससे विकरित गेहूं से बायोप्लास्टिक का सूत्रीकरण किया जा सकता है । डॉ रंजना के इस अविष्कार से प्लास्टिक का प्रदुषण रोका जा सकता है एवं सड़े गले गेहूं का भी उपयोग किया जा सकता है जो पहले पर्यावरण में अनुचित रूप से छोड़ने के कारन अनेक प्रकार की बीमारियों को न्योता देते थे । इस आधुनिक तकनीक के लिए डॉ रंजना को अन्य कईं वैज्ञानिक संगठनों से भी पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। डॉ रंजना अभी देहरादून के यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पे कार्यरत हैं ।