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अब्दुल मलिक: दिल्ली, चंड़ीगढ़, गुजरात फिर मुंबई और आखिर में फिर दिल्ली

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बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक ने पुलिस को चकमा देने के लिए कई बार यहां वहां जाने की कोशिश की। शहर दर शहर में अपनी लोकेशन बदलता रहा मगर आखिरकार दिल्ली से ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ा। पिछले 15 दिनों के दौरान अब्दुल मलिक ने दिल्ली से लेकर चंडीगढ़, गुजरात और मुंबई का सफर तय किया। आखिर में वह दिल्ली ही पहुंचा जहां से उत्तराखंड पुलिस की एसओजी ने उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इधर मलिक को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम पर इनामों की बौछार की गई है।

पुलिस ने आठ फरवरी को बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड वांटेड अब्दुल मलिक को 16 दिन बाद शनिवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा एक वांटेड और दो अन्य उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना में अब तक 82 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी घटना में अब्दुल मलिक का बेटा वांटेड अब्दुल मोईद फरार है।

हल्द्वानी के मलिक के बगीचा में अवैध रूप से बने मदरसा और नमाज स्थल को ढहाने के दौरान हिंसा हो गई थी। इसमें कई कर्मचारी घायल हो गए थे और छह लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा का मास्टरमाइंट अब्दुल मलिक को माना गया था। तब से पुलिस उसकी तलाश में थी।

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बहुउद्देश्यीय भवन में प्रेस वार्ता कर बताया कि आठ फरवरी की घटना के बाद थाना बनभूलपुरा में तीन अभियोग पंजीकृत किए गए थे। इसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए छह टीमें बनाई गई थीं। पुलिस टीमों ने घटनास्थलों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्यों के आधार पर दबिश देकर 78 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद किए। बताया कि इस मामले में वांछित अभियुक्त मोस्टवांटेड अब्दुल मलिक और उसका बेटा अब्दुल मोईद की गिरफ्तारी के लिए छह पुलिस टीमें गठित की गई थी, जो पहले पश्चिमी यूपी और दिल्ली में अब्दुल मलिक को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थीं।

पता चला कि अब्दुल मलिक पहले दिल्ली फिर चंड़ीगढ़, फिर गुजरात और फिर मुंबई गया। उसकी तलाश में टीमें इन क्षेत्रों में भेजी गईं। इस बीच शुक्रवार को एसओजी को मुखबिर से पता चला कि अब्दुल मलिक दिल्ली में छुपा है। शनिवार को एसओजी प्रभारी के नेतृत्व में टीम ने छापा मारकर अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। कहा कि अब्दुल मलिक को हल्द्वानी लाया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। देर रात उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। एसएसपी ने कहा कि अब्दुल मलिक का बेटा अब्दुल मोईद अभी फरार है। इसके अलावा एक नामजद रईस उर्फ दत्तू को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के वाहन जलाने के आरोपी मोहम्मद फुरकान निवासी लाइन नंबर सात और सालिम निवासी नई बस्ती को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

बता दें कि, पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा के मामले में बीते बृहस्पतिवार को अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने और आपराधिक साजिश रचने का एक नया मामला दर्ज किया था।मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक का बेटा अभी भी फरारमास्टरमाइंड अब्दुल मलिक का लड़का अब्दुल मोईद अभी फरार है। पुलिस की तीन टीमें उसे पकड़ने के लिए लगी हुई हैं। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि जल्द ही अब्दुल मोईद को भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। बताया कि अब्दुल मोईद कहां छुपा है, टीम को इसका इनपुट मिल गया है।

  • अब्दुल मलिक को पकड़ने वाली टीम में ये हैं शामिल

एसओजी इंचार्ज एसआई अनीस अहमद, कोतवाली लालकुआं के उपनिरीक्षक गौरव जोशी, एसओजी के हेड कांस्टेबल ललित कुमार, कांस्टेबल चंदन नेगी।

  • टीम पर इनाम की बौछार

बनभूलपुरा हिंसा के मास्टमाइंड अब्दुल मलिक को पकड़ने वाली टीम को पुलिस ने जमकर इनामों की बौछार की है। पुलिस महानिदेशक ने 50 हजार रुपये, पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं ने 5000 रुपये और एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने 2500 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

  • अग्रिम जमानत के लिए एडीजे कोर्ट में लगाई अर्जी

अब्दुल मलिक ने अपने वकीलों के माध्यम से शनिवार को ही हल्द्वानी एडीजे कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। याचिका स्वीकार हो गई थी, इस मामले में सुनवाई की तिथि 27 फरवरी नियत की गई थी। अब चूंकि मलिक की गिरफ्तारी हो चुकी है, इसलिए यह याचिका स्वत: ही निरस्त हो जाएगी।

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संपादक - कस्तूरी न्यूज़

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