अंतरराष्ट्रीय
दुनिया हलचल: ऐसा क्या फैसला लिया है सऊदी अरब ने की भारत सहित दुनिया मे मच गई खलबली
दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से एक सऊदी अरब ने स्पष्ट कर दिया है कि वो तेल की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाएगा। सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान का तो ये कहना है कि तेल की कोई कमी नहीं है फिर कच्चे तेल का उत्पादन किस आधार पर बढ़ाया जाए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंस फैसल बिन फरहान ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा, ‘जहां तक हम जानते हैं, तेल की कोई कमी नहीं है। सऊदी अरब इस मामले में जो कर सकता था, वो उसने किया है।’ अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के अनुसार, सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा कच्चा तेल निर्यातक है। मार्च में IEA ने तेल की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के प्रयास में स्टॉक से अधिक तेल जारी करने के लिए 10-सूत्रीय योजना तैयार की थी।
दुनियाभर में तेल की कीमतों में उछाल की एक बड़ी वजह रूस-यूक्रेन युद्ध है। रूस दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में से एक है। यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूसी तेल पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए जिससे वैश्विक बाजार में तेल की कमी हो गई। कच्चे तेल की कीमतें पिछले साल की तुलना में 70 प्रतिशत बढ़ी हैं। जो कच्चा तेल 110 डॉलर प्रति बैरल था, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद उस पर अब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है।