राष्ट्रीय
तुम्हारी औकात क्या है !!!डीएम बोले ड्राइवर से और हो गई छुट्टी
मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले में ड्राइवर एसोसिएशन ने उग्र आंदोलन किया। जिसके बाद मंगलवार को कलेक्टर किशोर कन्याल ने ड्राइवरों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा, कोई कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। इतना ही नहीं कलेक्टर इतना गुस्से में आ गए कि उन्होंने एक ड्राइवर से उसकी औकात पूछ डाली।
इस बात पर ड्राइवर ने कहा कि हम हमारी औकात के लिए ही लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसके वीडियो ने पूरे प्रदेश में जमकर बवाल मचाया। जिसके बाद कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने रात 10:00 बजे एक वीडियो मीडिया को जारी किया है। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि उनकी इंटेंशन किसी को आहत पहुंचाने की नहीं थी। हालांकि अब इस मामले को खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया है।
- ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से नहीं कही बात
बता दें कि ड्रायवर्स और उनके संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल की बैठक चल रही थी। बैठक में एक व्यक्ति द्वारा बार-बार 03 जनवरी 2024 के बाद किसी भी लेवल पर जाने की बात कहीं जा रही थी, जिस पर कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने उसे शांत करने के लिए थोड़े तल्ख लहजे में यह बात कही है। हालांकि अब उनका कहना है कि बात किसी को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से नहीं कही गई थी
- कानून व्यवस्था को तोड़ने नहीं देंगे
उन्होंने वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह व्यक्ति बार-बार बैठक में खड़े होकर चर्चा में व्यवधान उत्पन्न कर रहा था। कलेक्टर ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचना नहीं था। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि जिले में किसी को भी कानून व्यवस्था को तोड़ने नहीं दिया जायेगा।
आमजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था में व्यवधान निर्मित नहीं होने देंगे। कानून तोड़ने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे।हम लगातार गरीबों की सेवा कर रहे है।
- मुख्यमंत्री ने कहा
मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं है, उन्होंने ये भी कहा कि मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि यह सरकार गरीबों की सरकार है। सबके काम का सम्मान होना चाहिए और भाव का भी सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे है।