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Russia Ukraine War: रोमानिया बार्डर पर इतनी भीड़ कि हम दोस्तों से बिछड़ गए, स्नेहा व श्रुति ने बताया यूक्रेन का भयावह मंजर
हल्द्वानी: युद्धग्रस्त यूक्रेन से छात्र-छात्राओं का लौटने का सिलसिला जारी है। शहर निवासी छात्रा महक मलिक व श्रुति मेहरा हल्द्वानी पहुंच गई हैं। वहीं स्नेहा पांडे नोएडा में अपने बुआ के घर रूकी हैं। स्नेहा ने बताया कि यूक्रेन से वह अपने दोस्तों के साथ रोमानिया बार्डर पर उतरी। इसके बाद कई दोस्त भीड़ में एक-दूसरे से बिछड़ गए थे। बताया कि हर तरफ बम-मिसाइलों के धमाके व धुआं था। लग रहा था अब बचना मुश्किल है।
इंद्रानगर हल्द्वानी की महक मलिक खार्कीव, स्नेहा व श्रुति इवानों फ्रेकिंग के रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। स्नेहा पांडे ने दैनिक जागरण संवाददाता से बात कर बताया कि वह पांच दिन पहले ही इवानों फ्रेकिंग से रोमानिया बार्डर पर पहुंची। इससे पहले उन्हें बंकर में रहकर कई दिन दहशत में गुजारने पड़े। स्नेहा ने बताया रोमानिया बार्डर से छह किमी पहले उन्हें बस से उतार दिया गया था। जहां से वह अपने दोस्तों के साथ पैदल आई। रास्ते में अफरा-तरफी इतनी थी कि उसके दोस्त भी बिछड़ गए। वह फिर दोबारा नहीं मिले। हालांकि काल पर उनकी बात हुई। स्नेहा के मुताबिक रोमानिया बार्डर पर दो दिन उन्हें ठहराया गया। गुरुवार देर शाम वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच गई थी। जहां उनके पिता िदनेश चंद्र पांडे, मां चंद्रा पांडे ने उसका स्वागत किया। वह फिलहाल अपने स्वजनों के साथ नोएडा में बुआ के घर रूकी है।
महक व श्रुति का हुआ स्वागत
पुलिस अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को इंद्रानगर निवासी महक मलिक व गोजाजाली निवासी श्रुति मेहरा भी अपने घर पहुंच गए। दोनों छात्राओं के घर पहुंचने पर स्वजनों की आंखे भर आई। उनका भव्य स्वागत किया गया।
23 में से 19 छात्र-छात्राएं पहुंचे घर
पुलिस रिकार्ड के अनुसार जिले के 23 छात्र-छात्राएं यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। अब तक 19 छात्र-छात्राएं सकुशल घर लौट चुके हैं। चार छात्र-छात्राएं रोमानियां बार्डर पर पहुंच चुकी हैं। जल्द चारों छात्र-छात्राएं भी घर पहुंच जाएंगे।