उत्तराखण्ड
चम्पावत में सड़क की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण, चुनाव प्रचार को आने वाले प्रत्याशियों के विरोध का ऐलान
चम्पावत : एक तरफ विधान सभा चुना के दंगल के लिए विभिन्न दलों के प्रत्याशी नामांकन कर रहे हैं तो दूसरी ओर मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे वोटर धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। गुरुवार को जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर ग्राम पंचायत झालाकुड़ी के सकार बरम तोक के ग्रामीणों ने राज्य में बनी अब तक की सरकारों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए वीवीपैट को खाली भेजने का निर्णय लिया।
पूर्व ग्राम प्रधान प्रेम राम, सरपंच दिनेश राम, दीपक कुमार, दीपक आर्या आदि के नेतृत्व में गांव के सार्वजनिक स्थल पर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के जोरदार नारे लगाए। कहा कि अनुसूचित जाति बाहुल्य इस गांव को आजादी के बाद भी सडक़ सुविधा से नहीं जोड़ा गया है। बालम कुमार, दीपक राम, मनोहर राम, लक्ष्मण राम, बिशन राम, सुनील कुमार, अशोक कुमार, होशियार राम, पुष्पा देवी, रोहित कुमार, अंजली आर्या आदि ने कहा कि लोकसभा चुनाव हो या फिर विधान सभा चुनाव हर बार प्रत्याशी वोट लेने के लिए गांव तक सडक़ पहुंचाने का आश्वासन देते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद पीछे मुडक़र नहीं देखते। बताया कि सडक़ नहीं होने की वजह से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते। मरीजों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 125 मतदाता हैं। इस बार एक भी मतदाता वोट नहीं करेगा।
बताया कि लोकतंत्र ने उन्हें जनता की समस्याओं का समाधान न करने वाले प्रतिनिधियों के बहिष्कार का अधिकार भी दिया है इस बार वे अपने इस अधिकार का भरपूर उपयोग करेंगे। प्रदर्शन में कविता आर्य, सुरेश राम, रघुवीर राम, भरत राम, नीरज कुमार, पूजा देवी, चंचल राम, प्रकाश, जगदीश राम, नंदू कुमार, राजेश कुमार, ममता देवी, शोभा देवी, पुष्पा देवी, कमला देवी, सावित्री देवी, चंपा देवी, रेखा देवी, निर्मला देवी सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे। बताया कि बरम तोक से मुख्य सडक़ चल्थी की दूरी लगभग 12 किमी है। जरूरी सामान भी ग्रामीणों को कंधों में ढोकर लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस बार वे चुनाव प्रचार के लिए आने वाले लोगों का भी विरोध करेंगे।