क्राइम
उड़ता उत्तराखंड: नशा करने के लिए नहीं थे पैसे, अपने ही स्कूल में चोरी करने लगे कलयुगी छात्र
हरिद्वार: अपने बचपन के स्कूल से सभी को लगाव होता है, लोग अपने स्कूल को संवारते हैं, उसे तरक्की करते देखना चाहते हैं, लेकिन हरिद्वार के एक लड़के ने तो हद ही कर दी। इस छात्र ने स्कूल की तरक्की में मदद करना तो दूर, उल्टे वहां चोरी करना शुरू कर दिया। घटना कनखल थाना क्षेत्र के जियापोता गांव की है। यहां के सरकारी प्राइमरी स्कूल में बार-बार चोरी की घटनाएं हो रही थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता लगा कि चोर कोई और नहीं इसी स्कूल का पूर्व छात्र है। नशे की लत पूरी करने के लिए पूर्व छात्र और उसका एक दोस्त दो साल के भीतर छह बार चोरी कर चुके थे। पुलिस ने उनके कब्जे से मिड-डे मील का राशन, रसोई के बर्तन और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि स्कूल में दो साल में 6 बार चोरी की घटना हो चुकी थी। बीते डेढ़ महीने में ऐसी 3 घटनाएं सामने आईं।
21 जून को किसी ने रसोई और कमरे की दीवार तोड़कर मिड-डे मील की खाद्य सामग्री से लेकर बर्तन व कॉपी-किताबें तक चोरी कर लीं। तब प्रधानाध्यापक परमवीर सिंह की शिकायत पर पुलिस ने एक टीम तैयार की और चोर की तलाश में जुट गई। जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दो लड़के आसपास के गांवों में चावल बेचने की फिराक में है। तब पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी नौशाद और सूरज निवासी जियापोता को धर दबोचा। पूछताछ में पता चला कि आरोपी नौशाद कक्षा दो तक इसी स्कूल में पढ़ा था। उसे स्कूल के खुलने-बंद होने के समय के बारे में हर जानकारी थी। नौशाद और उसका दोस्त सूरज नशे के आदी हैं। दोनों अपनी लत पूरी करने के लिए चोरियां करते थे। फिलहाल दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं।

