उत्तराखण्ड
Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तराखंड में कोरोना के पांच नए मामले, 11 मरीज भी हुए स्वस्थ
देहरादून: उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना के पांच नए मामले मिले, जबकि 11 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। कोरोना संक्रमण दर 0.28 प्रतिशत रही।
लैब से मिली 2147 सैंपल की जांच रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से 2147 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 2143 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
नौ जिलों में नहीं मिला कोरोना का नया मामला
हरिद्वार में दो और देहरादून, ऊधमसिंह नगर व चम्पावत में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। शेष नौ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, नैनीताल, पौड़ी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में कोरोना का नया मामला नहीं मिला है।
इस साल प्रदेश में आए कोरोना के 92,183 मामले
इधर, विभिन्न जिलों से 1760 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए हैं। प्रदेश में इस साल कोरोना के 92,183 मामले आए हैं। इनमें से 88,516 (96.02 प्रतिशत) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं।
राज्य में कोरोना के है 181 सक्रिय मामले
कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 181 है। हरिद्वार में सबसे अधिक 104 सक्रिय मामले हैं, जबकि देहरादून में सक्रिय मामलों की संख्या 22 है। कोरोना संक्रमण से इस साल अब तक 274 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
रुड़की अस्पताल की बढ़ेगी क्षमता, फैब्रिकेटेड वार्ड का काम शुरू
सिविल अस्पताल रुड़की की क्षमता बढ़ाई जा रही है। अस्पताल भवन की छत पर प्री-फ्रैब्रिकेटेड वार्ड बनाए जाने का काम शुरू हो गया है। करीब 40 लाख के बजट से यह कार्य होना है। इस वार्ड में 32 बेड होंगे, यह वार्ड अस्पताल की छत पर बनाया जा रहा है। वार्ड को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा ताकि जरूरत पडऩे पर इसे आइसीयू के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सके।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह कम पड़ गई थी। उपचार के लिए मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे थे। इसके चलते स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्री-फैब्रिकेटेड वार्ड बनाने का प्रस्ताव आया था। यह वार्ड अस्पताल भवन की छत पर बनाया जाएगा।
वार्ड के लिए काम शुरू हो गया है। छत की ऊपर की लेयर हटाकर प्री-फैब्रिकेटेड वार्ड का बेस बनाने का काम चल रहा है। दो माह के भीतर ही 32 बेड का यह वार्ड पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।
बता दें कि सिविल अस्पताल में 11 बेड आइसीयू वार्ड व आक्सीजन जेनरेशन प्लांट पहले ही तैयार हो चुका है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल भवन की छत पर प्री-फैब्रिकेटड वार्ड बनने के बाद अस्पताल की क्षमता 138 बेड की हो जाएगी।

