उत्तराखण्ड
पतंजलि योगपीठ के सामने अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक की मौत के बाद हंगामा
पतंजलि योगपीठ योगग्राम के वाहन से घायल औरंगाबाद गांव निवासी एक व्यक्ति की 19 दिन बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने योगग्राम के सामने शव को रखकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और मुआवजे की मांग की है।
पुलिस ने लाठी फटकार कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। उधर, मृतक के परिजनों और संस्थान के प्रबंधन के बीच मुआवजे को लेकर सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद ग्रामीण सिडकुल थाने पर पहुंचे। उनका आरोप है कि करीब 19 दिन पहले मांगेराम औरंगाबाद गांव से बाइक पर धनौरी की तरफ जा रहा था। इसी बीच योग ग्राम के तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आकर वह घायल हो गया।
ग्रामीणों ने उसे बहादराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां बृहस्पतिवार तड़के उसकी मौत हो गई। सिडकुल थाना प्रभारी मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि प्रकरण में जांच चल रही है। प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद वाहन चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाएगा। महिलाओं ने लगाए पुलिस पर पिटाई के आरोपयोग ग्राम के मुख्य द्वार से शव हटाने को लेकर पुलिसकर्मी और ग्रामीणों के बीच जमकर झड़प हुई। महिलाओं का आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने महिला को थप्पड़ मार दिया, इसके बाद उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। महिलाओं के मुताबिक पुलिसकर्मी सिविल में था। उसने यूनिफॉर्म नहीं पहनी थी। सिडकुल थाना प्रभारी मनोहर सिंह भंडारी ने बताया कि भीड़ अधिक थी। इस कारण इस तरह की घटना उनकी जानकारी में नहीं है।
35 वर्षीय मांगेराम पर थी परिवार की जिम्मेदारीपिछले 19 दिन से मांगेराम जिंदगी की जंग लड़ रहा था। घटना के बाद से ही ग्रामीण उसका चंदा एकत्र कर इलाज करा रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार मांगेराम के तीन बच्चे हैं। इनमें से दो बच्चे दिव्यांग हैं। घटना के बाद से परिवार पर बड़ा पहाड़ टूट पड़ा। शिकायत के बाद भी न तो पुलिस ने कार्रवाई की और न संस्था की ओर से कोई मदद दी गई