उत्तराखण्ड
देहरादून के रायपुर अस्पताल को उच्चीकरण का इंतजार
देहरादून: सरकारी सिस्टम कछुआ गति से काम करता है। फिर चाहे मामला जन स्वास्थ्य से ही क्यों न जुड़ा हो। आम जन को दिक्कत होती है तो उनकी बला से। हम बात कर रहे हैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर की। रायपुर व उसके आसपास के क्षेत्र की करीब तीन लाख की आबादी इस अस्पताल पर निर्भर है। ऐसे में अस्पताल का उच्चीकरण होना है। जिसका अर्से पहले शासनादेश भी हो चुका है। पर अब प्रस्ताव शासन से मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में अभी हैं मात्र दस बेड
बता दें, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में अभी मात्र दस बेड हैं। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप किसी पीएचसी के माध्यम से करीब 30 हजार की आबादी को कवर किया जाता है। जबकि, सीएचसी के लिए यह मानक एक लाख से ज्यादा की आबादी है। लेकिन, रायपुर व उसके आसपास की आबादी तीन गुना अधिक है। ऐसे में अस्पताल में सुविधाएं व संसाधन बढ़ाए जाने की जरूरत लंबे वक्त से महसूस की जा रही है। जनता की मांग पर क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी इस ओर प्रयास शुरू किए। जिसके बाद उच्चीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी मिली।
डीपीआर शासन पहुंची, पर अब तक नहीं मिली मंजूरी
अब इसकी डीपीआर स्वास्थ्य महानिदेशालय से होकर शासन पहुंच चुकी है, पर मंजूरी अब तक नहीं मिला है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. पीएस रावत ने बताया कि प्रस्ताव के तहत 1000 स्क्वायर मीटर एरिया में 30 बेड का अस्पताल बनेगा। यह चार मंजिला बिल्डिंग होगी। जिसमें आइसीयू,निक्कू वार्ड की सुविधा होगी। कोरोनाकाल में आइसीयू क्षेत्रीय विधायक ने उपलब्ध करा ही दिए हैं। जिन्हें अभी कोविड केयर सेंटर में इस्तेमाल में लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति मिलने का इंतजार है।
साभार न्यू मीडिया