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उत्तर प्रदेश से फर्जी प्रमाण पत्र लाकर नौकरी कर रहे शिक्षक, मामला खुला तो दो शिक्षक बर्खास्त
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रुद्रपुर। जिले में शैक्षिक अभिलेखों में फर्जीवाड़ा कर शिक्षक की नौकरी हथियाने वालों पर लगातार कार्रवाई का दौर जारी है। अब फर्जी बीटीसी प्रमाणपत्र के आधार पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवकली सितारगंज के प्रधानाध्यापक रहे अतर सिंह और प्राथमिक विद्यालय खेमपुर सितारगंज के सहायक अध्यापक कृष्णपाल सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। डीईओ हरेंद्र कुमार मिश्र की कार्रवाई से जिले में खलबली मची है।
एडवोकेट अख्तर हसनैन रिजवी की शिकायत पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवकली सितारगंज के प्रधानाध्यापक अतर सिंह और प्राथमिक विद्यालय खेमपुर सितारगंज के सहायक अध्यापक कृष्णपाल सिंह के फर्जी बीटीसी प्रमाणपत्र पर शिक्षक की नौकरी हथियाने की विभाग ने जांच कराई तो मामला सही पाया गया। इस पर विभाग ने दोनों को निलंबित कर दिया।
इसके बाद मामले की जांच उप शिक्षा अधिकारी खटीमा को उप शिक्षा अधिकारी सितारगंज की जांच आख्या का परीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए। जांच आख्या में बीटीसी प्रमाणपत्र कूटरचित और फर्जी पाया गया। डीईओ हरेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि शिकायत पर शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराया गया था। इसमें बीटीसी प्रमाणपत्र कूटरचित और फर्जी पाए गए थे। इसके आधार पर शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है। किसी भी दशा में ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
एक ही विद्यालय से बना था फर्जी बीटीसी प्रमाण पत्र
शिक्षक की नौकरी हथियाने के लिए दोनों ने राजकीय दीक्षा विद्यालय बूढ़नपुर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का बीटीसी अंक पत्र लगाया था। शिकायत पर सत्यापन के लिए उप शिक्षा अधिकारी खटीमा ने प्राचार्य राजकीय दीक्षा विद्यालय बूढ़नपुर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश को पंजीकृत डाक से पत्र लिखा गया था। इस पर डाक विभाग का पत्र आया था कि बूढ़नपुर में इस नाम का कोई विद्यालय नहीं है।
अब तक छह शिक्षक हो चुके हैं बर्खास्त
वर्ष 2025 में शिक्षा विभाग की तरफ से यह तीसरी सेवा बर्खास्तगी की कार्रवाई है। बीते वर्ष फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी हथियाने वाले तीन अध्यापकों को बर्खास्त किया जा चुका है। इसमें गदरपुर विकास खंड के हेमराज सिंह और बलबीर सिंह और जसपुर के हरगोविंद सिंह को बीते वर्ष बर्खास्त किया गया था। इधर, जनवरी 2025 में सितारगंज के रामशब्द के बर्खास्तगी की पहली कार्रवाई हुई है। अब सितारगंज के दो शिक्षकों को भी बर्खास्त कर दिया गया है।
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