उत्तराखण्ड
दुःखद: सात साल की बच्ची खेलते हुए जंगल पहुंच गई और गजराज ने मार डाला
बालावाला क्षेत्र में बांसवाड़ा के जंगल में सात साल की बच्ची को हाथी ने कुचलकर मार डाला। बच्ची खेलते हुए साथियों के साथ जंगल में चली गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है। शव का शनिवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। घटना के बाद इलाके के लोग बेहद घबराए हुए हैं। मृतका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब पांच बजे भगवानदास चौक बालावाला के रहने वाले विवेक अग्रवाल ने पुलिस को सूचना दी थी। बताया था कि बांसवाड़ा के जंगल में सात साल की बच्ची को हाथी ने कुचलकर मार डाला है। मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां पहले से ही वन विभाग की टीम मौजूद थी। बच्ची की पहचान सोनम पुत्री लोचन ऋषि देव निवासी सहरसा, बिहार के रूप में हुई है।
जानकारी करने पर पता चला कि यह बच्ची पड़ोस के कुछ बच्चों के साथ बस्ती में खेल रही थी। इसी बीच बच्चे खेल-खेल में जंगल के भीतर चले गए। वहां सोनम को हाथी ने पकड़ लिया और अपनी सूंड में उठा लिया। यह देखकर बाकी बच्चे वहां से भाग निकले और इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को दी। लोगों ने वहां शोर मचाकर हाथी को भगाया और वन विभाग की टीम को मौके पर बुलाया। वन विभाग ने हाथी को दूर तक खदेड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्ची के शव को कब्जे में ले लिया।
सीमा पर की गई है सोलर फेंसिंग’
रायपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी ने बताया कि आबादी क्षेत्र के पास जंगल की सीमा पर सोलर फेंसिंग की गई है, लेकिन स्थानीय निवासी फेंसिंग के नीचे से जंगल की ओर चले जाते हैं। जंगल में हाथी समेत अन्य वन्यजीवों की गतिविधि भी अत्यधिक रहती है और मानव संघर्ष का खतरा बना रहता है, जिसके चलते क्षेत्रवासियों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की जाती है। क्षेत्र में रात्रि गश्त कर वन्यजीवों की गतिविधि पर नजर रखी जाती है। वर्षाकाल में जंगल में घनी झाड़ियां होने के कारण वन्यजीवों के साथ मानव संघर्ष की आशंका बढ़ जाती है।
वहीं, डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि वन विभाग की ओर से पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की कार्रवाई शीघ्र की जा रही है। कहा कि जंगल की तरफ जाने वाले लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए।