कुमाऊँ
अतिक्रमण अभियान के खिलाफ व्यापारी, कहा उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं, होगा विरोध
हल्द्वानी। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने जिला प्रशासन पर अतिक्रमण हटाने और पालीथीन के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। कहा कि व्यापारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
प्रांतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल महानगर हल्द्वानी द्वारा प्रेस वार्ता की गई। महानगर अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि जिस तरह से प्रशासन द्वारा अतिक्रमण और पालीथीन की आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इसका संगठन पुरजोर विरोध करता है, जिस तरह से पालीथिन चैकिंग हेतु व्यापारियों की दुकान पर बिना व्यापारी की परमिशन के दुकान के अंदर घुसकर उथल पुथल करना,अतिक्रमण के नाम पर दुकानों की छतों को बुलडोजर से तोड़ना और बाजार क्षेत्र में बदमाशों की तरह इंट्री करते हुए व्यापारियों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार और पुलिस प्रशासन को साथ रख व्यापारियों में दहशत जैसा माहौल बनाया जा रहा है। जिसका व्यापार मंडल पुरजोर विरोध करता है, अब यदि इस तरह की हिमाकत की जाएगी तो व्यापारी भी अपने प्रतिष्ठान को बंद कर प्रशासन का पुरजोर विरोध करेगा।पालीथिन के नाम पर लाखों रुपये का चालान करना जो कि प्रशासन का तानाशाही रूप दर्शाता है। जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहां कि व्यापारी वैसे ही कोरोना की मार से अभी उभरा नहीं है। इस प्रकार प्रताड़ना प्रशासन द्वारा व्यापारियों को उकसाने का कार्य हो रहा है, जिसे किसी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जायेगा। प्रशासन से कहा है कि पॉलीथिन चैकिंग ,अतिक्रमण के लिए व्यापारियों को विश्वास में लेकर साथ लेकर चला जाय जिसमें व्यापारी प्रतिनिधि और व्यापारी पूर्ण सहयोग करेंगे।अन्यथा तानाशाही पूर्वक रवैया अपनाया गया तो उसका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा। व्यापारी भी चाहता है कि हमारा शहर अतिक्रमण मुक्त और पालीथिन मुक्त हो लेकिन इस तरह से नहीं कि किसी गरीब की दुकान तोड़ना,काउंटर तोड़ना ,सामान फेंकना, अभद्रतापूर्ण व्यवहार करना, जिसका पुरजोर विरोध संगठन करेगा।पॉलीथिन के टैक्स पेड माल को भी जब्त कर व्यापारी पर जुर्माना लगाना कहाँ का न्याय है, ऐसे कृत्यों का व्यापारी पुरजोर विरोध करेगा,संगठन के जिला उपाध्यक्ष और आलू फल आढ़ती एसोसिएशन के सँयुक्त महामंत्री चरणजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि हल्द्वानी के इतिहास में प्रशासन द्वारा बिना मंडी प्रशासन की अनुमति के मंडी के अंदर किसी भी तरह की कार्यवाही की गई हो।इसके लिए व्यापारी अपने व्यापारों को बंद कर सड़क पर आने को मजबूर होगा।

