उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में सत्ता पाने को इनका साथ चाहते हैं सभी दल, दबाव समूह के रूप में करता है काम
देहरादून। Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 उत्तराखंड के विकास में उद्योग अहम भूमिका निभाते हैं। चुनाव में भी हर राजनीति दल उद्योगपतियों से सहयोग की अपेक्षा करता है और इन्हें अपने साथ लेकर आगे बढ़ना चाहता है। यही कारण है कि राज्य में किसी की भी सरकार हो, उद्योग जगत चुनाव में हमेशा एक बड़े दबाव समूह के रूप में काम करता है।
उत्तराखंड में इस समय लगभग 330 बड़े और 68888 सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग हैं। इनमें कार्यरत कार्मिकों की संख्या 4.66 लाख से अधिक है। ये सभी उद्योग राज्य में 52 हजार करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश कर रहे हैं। यह पूंजी निवेश प्रदेश के विकास में सहायक बन रहा है। साथ ही उद्योग रोजगार की समस्या को दूर करने में भी सहयोग कर रहे हैं। इसीलिए प्रदेश सरकारें उद्योगपतियों को पूरा सम्मान देती हैं।
ये औद्योगिक समूह मतदाताओं के मत व्यवहार को भी सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। वैसे तो मतदाता अपना मत देने के लिए स्वतंत्र होता है और उस पर कोई दबाव नहीं डाला जा सकता, बावजूद इसके कहीं न कहीं इन औद्योगिक समूह का राजनीतिक विशेष दल से जुड़ाव श्रमिकों के मत व्यवहार को प्रभावित करता है। इसके अलावा चुनाव के दौरान पार्टियों को आर्थिक सहायता की भी जरूरत पड़ती है। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक कई औद्योगिक समूह इन दलों को आर्थिक सहयोग भी करते हैं। हालांकि, यह सब स्वैच्छिक और आपसी संबंधों के आधार पर होता है। ऐसे में साफ है कि राजनीतिक दल कहीं न कहीं इनके दबाव में भी रहते हैं।
उद्योग जगत खुद भी राजनीति पर करीब से नजर रखता है। कारण यह कि वह भी ऐसी सरकार चाहता है जो उद्योगों को बढ़ावा दे और उन्हें आगे बढ़ने में मदद दे। दलों की रीति-नीति को देख कर ही ये आगे कदम बढ़ाते हैं।
उद्योगों की समस्याएं
-प्रदेश में कच्चे माल की आपूर्ति के लिए उपयुक्त परिवहन सुविधा का अभाव।
-प्रदेश में नए उद्योगों को लगाने के लिए मिलने वाले केंद्रीय पैकेज का समाप्त होना।
-उद्योग लगाने के लिए जमीन मिलने में कठिनाई।
प्रदेश में बड़े उद्योगों की संख्या
330
रोजगार- 1.20 लाख
पूंजी निवेश – 37957.94 करोड़ रुपये
प्रदेश में एमएसएमई उद्योगों की संख्या- 68888
रोजगार- 3.46 लाख
पूंजी निवेश – 14463 करोड़ रुपये
जिलेवार पंजीकृत एमएसएमई की संख्या
नैनीताल – 4341
यूएस नगर – 8983
अल्मोड़ा – 4578
पिथौरागढ़ – 3504
बागेश्वर – 2073
चम्पावत – 1866
देहरादून – 9448
पौड़ी – 6775
टिहरी – 5009
चमोली – 3568
उत्तरकाशी – 4414
रुद्रप्रयाग – 2325
हरिद्वार – 11504
साभार न्यू मीडिया