उत्तराखण्ड
धाम में रील नहीं: बद्री केदार, गंगोत्री यमुनोत्री के बाहर अब मोबाइल निकाला तो खैर नहीं, मंदिरों के 200 मीटर की परिधि तक मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंध
बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर परिसर के बाहर खड़े होकर के अब तीर्थ यात्री रील नहीं बना सकेंगे। धार्मिक श्रद्धा के केंद्र को रील केंद्र बनाने के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने कड़ा निर्णय लिया है। नए आदेशों के तहत अब मंदिर परिसर से 200 मीटर तक मोबाइल को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस परिधि के भीतर अगर कोई यात्री मोबाइल का प्रयोग करते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बता दे कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा पर इस बार रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और 25 लाख से अधिक लोगों ने अब तक पंजीकरण कर लिया है। मगर अफसोस इस बात का है कि यहां यात्री तीर्थ यात्राओं की तरह नहीं बल्कि पर्यटकों की तरह जाकर मंदिर परिसरों की बहार जोर-जोर से चिल्लाकर तमाम तरह से रील्स बना रहे हैं। उनका उद्देश्य तीर्थाटन काम और गूगल के माध्यम से रेल डालकर पैसे कमाना ज्यादा होता जा रहा है। इन कर्म से तीर्थ धाम की गरिमा भी भंग हो रही थी मगर अब ऐसा नहीं हो सकेगा।
अब मंदिर से 200 मीटर तक मोबाइल प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में दिशा -निर्देश जारी करते हुए कहा कि नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा को लेकर कहा कि बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं, इनके लिए सारी व्यवस्था की गई है। हम सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव को पत्र भेज रहे हैं कि कोई श्रद्धालु अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से न आएं। बहुत सख्त जांच की जा रही है।
यात्रा के प्रत्येक पड़ाव पर यात्रियों के लिए भोजन, पानी, शौचालय आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है। कहीं भी कोई भगदड़ अब तक नहीं मची है। अगर कोई ऐसी अफवाह फैलाता है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएग।