उत्तराखण्ड
टैक्सी में सवारियों को लूटने वाले गिरफ्तार, एयरगन से करते थे लूट, एक दिल्ली तो दूसरा पौड़ी का है आरोपित
देहरादून: डोईवाला और रानीपोखरी में लूट की दो घटनाओं को अंजाम देने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित टैक्सी चलाते थे और उसमें बैठने वाली सवारियों को लूटते थे। एक आरोपित छह साल पहले तक अमेरिका में रहता था। वह मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है और दो साल से देहरादून में रह रहा था। दूसरा आरोपित पौड़ी गढ़वाल का मूल निवासी है।
बस के किराये में देहरादून छोड़ने की कही बात
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि इसी छह अक्टूबर की रात बिजनौर (उत्तर प्रदेश) निवासी लोकेंद्र कुमार बिजनौर से देहरादून आ रहे थे। हरिद्वार पहुंचने के बाद वह देहरादून के लिए बस का इंतजार करने लगे। इसी दौरान एक कार चालक ने बस के किराये में उन्हें देहरादून छोड़ने की बात कही। कार में चालक के अलावा एक व्यक्ति पहले से बैठा था। चालक ने उसे भी देहरादून की सवारी बताया। इस पर लोकेंद्र कार में बैठ गए।
नकदी, मोबाइल व एटीएम निकाल भाग गए
लालतप्पड़ में चालक ने यह कहकर कार दूसरी तरफ मोड़ दी कि कुछ सामान लेना है। कुछ दूर जाकर उसने एकांत में कार रोकी। वहां कार में सवार दूसरे व्यक्ति ने लोकेंद्र के सिर पर एयरगन से हमला कर दिया। इसके बाद दोनों आरोपितों ने लोकेंद्र की जेब में रखे नकदी, मोबाइल व एटीएम निकाल लिया और उन्हें एकांत में छोड़कर चले गए। लोकेंद्र ने इसकी शिकायत सात अक्टूबर को डालनवाला कोतवाली में की थी।
75 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक
डालनवाला कोतवाली पुलिस ने जांच की तो पता चला कि आरोपितों ने घटना वाले दिन यानी छह अक्टूबर को दोपहर में इसी तरह रानीपोखरी से थोड़ा आगे बबीता पंवार निवासी भट्टनगरी खाला रानीपोखरी को भी कार में बैठा कर मोबाइल, एटीएम कार्ड व नकदी लूट ली थी। इसके बाद पुलिस ने रानीपोखरी से हरिद्वार के बीच करीब 75 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। इसमें आरोपितों की पहचान होने के बाद आठ अक्टूबर को उन्हें थानो रोड पर दबोच लिया गया।
एक दिल्ली तो दूसरा पौड़ी का है आरोपित
आरोपितों की पहचान मनीष रावत निवासी लोअर तुनवाला रामपुर रोड डोईवाला मूल निवासी ग्राम चोपड़ाकोट थलीसैंण (पौड़ी गढ़वाल) और इंद्रजीत सिंह निवासी एकता विहार कालोनी मोहकमपुर मूल निवासी हरगोविंद विहार रोहिणी (दिल्ली) के रूप में हुई। आरोपितों के पास से एक कार, चोरी के दो मोबाइल, एक एयरगन, कुछ एटीएम कार्ड व नकदी बरामद हुई है।
वर्ष 2016 में अमेरिका से दिल्ली लौटा था इंद्रजीत
आरोपित इंद्रजीत ने बताया कि पहले वह अमेरिका में रहता था और वहां टैक्सी चलाता था। वर्ष 2016 में वह वापस दिल्ली आ गया। दो साल पहले वह पत्नी के साथ देहरादून में बस गया। इंद्रजीत यहां काल सेंटर में काम करता था, लेकिन नशे की लत के कारण पत्नी उसे छोड़कर चली गई। कुछ समय पहले नौकरी छूट जाने पर वह मियांवाला में शराब के ठेके के निकट चिकन पकोड़े की ठेली लगाने लगा।
और घटनाओं को भी अंजाम देने पर पुलिस जता रही आशंका
इसी दौरान उसकी मुलाकात मनीष रावत से हुई। मनीष भी नशे का आदी है और उसे भी पत्नी छोड़ चुकी है। दोस्ती होने के बाद इंद्रजीत और मनीष ने एक टैक्सी खरीदी और लूट करने लगे। पुलिस को आशंका है कि आरोपितों ने ऐसी और घटनाओं को भी अंजाम दिया होगा। इसको लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।

