Connect with us

उत्तराखण्ड

सरकार बनी तो मुंडन करने वालों को भी पेंशन, मतदान खत्म पर जारी हैं हरीश रावत घोषणाएं

खबर शेयर करें -

लालकुआं : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म हो गया है। इसके बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी विधानसभा में लोगों के बीच में है। इस दौरान वह लोगो की समस्या सुनकर उसके समाधान की घोषणा भी कर रहे है। इसी प्रकार उन्होंने गुरुवार को मुंडन करने वालो के लिए सम्मान पेंशन योजना लागू करने की घोषणा की है। इससे पूर्व उन्होंने घस्यारी सम्मान योजना, शगुन आंखर पेंशन योजना के साथ ही पुलिस कर्मियों को ग्रेड पे करने का वादा भी किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने फेसबुक वाल में पोस्ट किया है की अभी आगे बहुत कुछ करना है जिसे अभी तक नहीं कर पाए है। इसे हम अपने घोषणापत्र में भी सम्मिलित नहीं कर पाए। कहा है कि मुंडन हिन्दु धर्म का एक बड़ा संस्कार है। जब बच्चे का मुंडन संस्कार होता है और जब किसी का देहांत होता है तो उसके पुत्र व अपने लोग भी मुंडन करते हैं। वर्तमान समय में मुंडन करने वाले लोग विलुप्त होते जा रहे है। फिर भी कुछ लोग मुंडन करने वाले है तो उन्हे राज्य सम्मान योजना योजना प्रारंभ करनी होगी। 

इससे पूर्व हरीश रावत ने मंगलगीत गाने वाली महिलाओं के लिए सरकार बनने पर 1800 रुपये की पेंशन दिए जाने की घोषणा की है, जिससे की मांगलिक गीत गाने की परम्परा जीवत रह सके। इसके साथ ही हरदा ने घसियारी महिलाओं के लिए घसियारी सम्मान पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इस घोषणा के तहत घसियारी महिलाओं को 500 रुपये की सम्मान राशि प्रतिमाह पेंशन के रूप में दी जाएगी। 

इसके अलावा पुलिस के जवानों से भी ग्रेड पे लागू करने का वादा पहले ही कर चुके हैं। वह पुलिसकर्मियों के पास जाकर व ऑडियो क्लिप जारी कर इसकी घोषणा की। कहा की सरकार में आने पर वह पुलिस कर्मियों की इस मांग और अन्य मांगों को प्राथमिकता के आधार पर हल करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में उन्होंने पुलिस विभाग के रिक्त पदों को भरने में हमेशा वरीयता दी है।साभार न्यू मीडिया।

Continue Reading

संपादक - कस्तूरी न्यूज़

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखण्ड

Advertisiment

Recent Posts

Facebook

Trending Posts

You cannot copy content of this page