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मानसून की पहली बारिश ने नैनीताल में मचाई तबाही, कई सड़कें अवरुद्ध, ज़रूरी वस्तुओं की आपूर्ति हुई ठप
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में यहां रविवार की रात से सोमवार की सुबह तक हुई वर्षा ने लोनिवि सहित सड़कों रखरखाव करने वाली सरकारी एजेंसियों की लापरवाही की पोल खुल गई। इन विभागों की लापरवाही से बीते वर्ष 18 सितम्बर को हुई वर्षा के कारण नैनीताल की एक दर्जन से अधिक सड़कों को भारी नुकसान हुआ था। जिसका मुख्य कारण कलमटों व नालियों का चोक होना रहा। लेकिन विभागों ने अभी तक इससे कोई सबक नही लिया। रात हुई वर्षा के बाद फिर इसी लापरवाही की वजह से पुनरावृति हुई है। मजे की बात यह है कि 18 सितम्बर को टूटी सड़कों को वाहन चलने लाईक छोड़ा गया। न दीवार बनाई गई और न मुलवा हटा कर रिर्टनिंग दीवार बनाई गई। लिहाजा सड़कों को अब गंभीर खतरें का सामना करना पड़ सकता है। बीती रात से सोमवार की सुबह तक रूक-रूक कर हो रही वर्षा के कारण यहां नैनीताल-हल्द्वानी रोड में हनुमानगढ़ी मंदिर से पहले सुबह 4:00 बजे मलवा आने से रोड बंद हो गयी है जिस कारण दोनो तरफ़ वाहनो की लम्बी लाइन लग गयी है। रात भर तेज बारिश के कारण सुबह चार बजे के समय सड़क पर मलबे का ढेर लग गया। अख़बार और दूध की गाड़ियाँ भी मलबे के कारण शहर में प्रवेश नही कर पा रही है। सुबह आठ बजे बाद मलवा साफ़ करने के लिए जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची, उसके बाद वाहनों के लिए मार्ग खुल पाया। इस दौरान दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई स्कूली बच्चों के साथ-साथ आसपास से सब्जी लाकर नगर में बेचने वाले काश्तकार भी जाम में फंस गए साथ ही सैलानी भी फस गए जिसके बाद स्कूली बच्चे वह पर्यटक पैदल ही नगर को आए। एक ही बार इस आपदा विभाग की पोल खोल कर सामने रख दी जिला प्रशासन ने पूर्व में कई बैठक आयोजित कर आपदा विभाग से बरसात में सचेत रहने को कहा था लेकिन आपदा विभाग पहली बारिश में ही नाकाम रहा। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ीl इस बीच सड़कों में भारी जाम लगा रहा। उधर नैनीताल-भवाली मार्ग के भी यही हाल रहा। कैलाखान से आगे पुरानी चुंगी के पास बीते वर्ष क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक नही किये जाने व कलमटों व नालियों की सफाई नही होने से आज फिर क्षतिग्रस्त हो गया। यहां लगभग दो घंटे तक मार्ग बंद रहा। इस बीच लोनिवि के कर्मचारी तक मौके पर मौजूद नही थे। वाहन स्वामियों ने ही मार्ग को सुचारू किया। लोनिवि प्रांतय खंड के अधीन आने वाली यह नौ किमी सड़क का पुरसाहाल नही है। यह मार्ग नैनीताल को पूरे पहाड़ को घोर लापरवाही व अनियमितता की बात यह है कि पुरानी चुंगी के पास एक पखवाड़े पहले बनाई गई लाखों की रिर्टनिंग दीवार एक ही बरसात में ध्वस्त हो चुकी है। इस स्थान पर मार्ग कभी भी पूरी तरह बंद हो सकता है। इसी मार्ग के जोखिया से पहल पानी निकासी की व्यवस्था नही होने से मार्ग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त् हो गया है। सड़क का मलुवा नाले में जा रहा है। जिससे वहा ग्रामीणों के पेयजल स्रोतों को गंभीर खतरा बन गया है। उधर बेतालघाट व कोटाबाग सहित भीमताल ग्रामीझा इलाकों की कई सड़कों के बंद होने की सूचना है। नैनीताल नगर में भी पालिका सहित अन्य सरकारी एजंसियों की लापरवाही उजागर हुई है। बीती रात से सोमवार की सुबह तक रूक-रूक कर हो रही वर्षा के कारण यहां जगह-जगह नालियां चोक होने का सिलसिला जारी है। कई सड़के उधड़ गई। सीवरों के चैम्बरों से पानी बाहर आने से गंदा पानी झील में समा गया। विभिन्न नालो से झील में गई गंदगी विभागों की सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यहां अगले 24 घंटे में तेज वर्षा हो सकती है। इधर वर्षा शुरू होने के बाद अब सैलानियों की वापसी भी होने लगी है। उसके बावजूद भी सैलानियों का नैनीताल आने का सिलसिला जारी है ।