उत्तराखण्ड
भीमताल में डूबे फ़ौजी का शव 6 दिन बाद बरामद, पत्थरों के बीच नदी में फंसा था
भीमताल के पदमपुरी मार्ग में बमेटा के पास 9 जुलाई को नहाते समय डूबे सैन्यकर्मी हिमांशु दफौटिया का शव सोमवार को रेस्क्यू के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को मिला। पानी कम होने पर पत्थरों के बीच फंसे शव को टीम की ओर से निकाला गया। शव मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
धारी एसडीएम केएन गोस्वामी ने बताया कि सोमवार को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व पुलिस की मदद से शव को निकाला गया। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए नैनीताल भेजा जा रहा है।
बता दें कि धारी ब्लॉक के पदमपुरी मार्ग पर स्थित बमेटा गांव के पुल से लगे गधेरे में 9 जुलाई मंगलवार की शाम नहाते समय एक फौजी पानी के तेज बहाव के चलते डूब गया। फौजी युवक को डूबते साथी दोस्त उसे बचाने के लिए गधेरे में कूदे लेकिन पानी के बहाव में युवक का पता नहीं चल पाया। घटना की सूचना साथी दोस्त ने जिला प्रशासन को दी। जिला प्रशासन को सूचना मिलते ही धारी तहसील की टीम, पुलिस, एसडीआरएफ, फायर यूनिट की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन अंधेरा होने के चलते युवक का पता नहीं चल पाया।घटना की सूचना पर धारी एसडीएम केएन गोस्वामी देर रात पतलोट से तहसीलदार के साथ घटना स्थल पर पहुंचे।एसडीएम केएन गोस्वामी ने बताया कि मंगलवार की शाम विनोद सिंह पुत्र देवेंद्र सिंह निवासी देवलचौड़ हल्द्वानी ने जिला प्रशासन को सूचना दी की वह अपने चार अन्य साथियों के साथ बमेटा गांव घूमने आए थे। उन्होंने कहा कि गधेरे के पास पानी देख वह और उसके साथी घूमने आए थे। जिसमें हिमांशु देफौटिया (25) पुत्र पुष्कर देफौटिया निवासी बागेश्वर वतर्मान निवासी कुसुमेखेड़ा हल्द्वानी, प्रदीप नेगी पुत्र नंदन सिंह निवासी सोमेश्वर अल्मोड़ा, आकाश बिष्ट पुत्र लाल सिंह निवासी शेरपुर देहरादून, चंदन सिंह निवासी मानपुर वेस्ट हल्द्वानी के साथ नहाने के लिए गधेरे पर उतारे थे। उन्होंने कहा कि नहाते समय हिमांशु देफौटिया पानी के तेज बहाव में बह गया है। हिमांशु को बचाने के लिए सभी लोग गधेरे पर उतरे लेकिन पानी का बहाव अधिक होने से पता नहीं चल पाया।
एसडीएम ने बताया कि विनोद ने बताया कि सभी लोग कुमाऊं रेजीमेंट के नाइन कुमाऊं की यूनिट में है जो दिल्ली में तैनात है। एसडीएम ने कहा कि घटना के बाद राजस्व विभाग की टीम, पुलिस, एसडीआरएफ, फायर यूनिट और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। लेकिन अंधेरा होने के चलते पता नहीं चल पाया है।
काश बुर्जग की बात मान ली होती तो नहीं डूबता हिमांशु बमेटा
पुल के पास गधेरे में जिस जगह हिमांशु देफौटिया अपने चार दोस्तों के साथ नहा रहा था। उस जगह एक बुजुर्ग व्यक्ति ने सभी से पानी का बहाव अधिक होने की बात कहकर नहाने से मना किया था। जिसके बाद चार दोस्त वापस आ गए थे। लेकिन हिमांशु गधेरे में नहाते रहा अचानक पानी का बहाव तेज होने से हिमांशु बह गया। स्थानीय लोगों ने कहा अगर हिमांशु बुजुर्ग की बात मान लेता तो शायद वह डूबा नहीं होता।छुट्टी मनाने पहुंचे थे सभी दोस्तमंगलवार की शाम 3.30 बजे सभी दोस्त घूमने के लिए पहुंचे हुए थे। लेकिन गधेरे में पानी देख सभी नहाने उतर गए। हिमांशु के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह लोग छुट्टी पर घूमने आए हुए थे।तीन साल में चार लोगों की जा चुकी हैं जानपदमपुरी मार्ग पर सड़क से नीचे बहने वाली परीताल में बीते तीन साल में चार लोगों की मौत हो चुकी हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस और प्रशासन की ओर से परीताल में नहाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मंगलवार को जिस बमेटा गांव में पुल के पास हिमांशु देफौटिया नहाते समय डूबे है उस जगह से थोड़ा नीचे ही परीताल है। स्थानीय लोगों ने कहा कि मंगलवार की घटना के बाद भी नहाने पर रोक लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।